स्किन की केयर के लिए किचन बेस्ट क्लीनिक
गर्मिया आते ही घर से बाहर निकलना चुनौती बन जाता है।
चंडीगढ़ : गर्मिया आते ही घर से बाहर निकलना चुनौती बन जाता है। खासकर त्वचा का ख्याल रखने वालों के लिए। ऐसे में वो लोग जो कैमिकल युक्त प्रोड्क्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहते, उनके लिए मार्केट्स में बहुत कम ऑप्शन बचते हैं। ऐसे में अपने आस-पास से ही ऐसे उत्पाद कैसे ढूंढे जाएं या अपने लिए कोई ब्यूटी प्रोडक्ट्स लेना हो तो क्या एहतियात बरतें, बता रहे हैं एक्सपर्ट। किचन है बेस्ट, मगर खुद की रिसर्च जरूरी
अंतरराष्ट्रीय ब्यूटी प्रोडक्ट ब्राड जेयूनिसे की संस्थापक किंबर्ले डेलगैडो सोमवार को शहर में थी, उन्होंने कहा कि किचन हर किसी के लिए बेस्ट क्लीनिक है। किचन में हमें ऑर्गेनिक मेकअप मैटीरियल मिल जाता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इसे खुद इसे आजमाया है। इसमें सबसे अहम होता है हल्दी और अदरक। इन दोनों से बनी चाय सबसे बेहतर एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं। कच्ची हल्दी को चाहे चेहरे पर लगाओ या अदरक के संग चाय बनाकर पीयो ये हर हाल में बेहतर है। मगर अपनी स्किन को समझना सबसे पहले बहुत जरूरी है। स्किन का नेचर कैसा है, इसे समझने के लिए डर्मोटोलॉजिस्ट से एक बाहर जरूर मिला जाए।
ऑर्गेनिक मेकअप ही सही
कॉस्मेटोलॉजिस्ट अर्पिता दास ने कहा कि इन दिनों ऑर्गेनिक मेकअप का ज्यादा चलन है। दरअसल किचन से स्किन केयर के लिए तो बहुत सारे तत्व मिलते हैं, मगर समय बदल चुका है, इन दिनों ताजी और मिलावट रहित चीजें मिलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में स्किन पर इस्तेमाल करते हुए ये चीजें ज्यादा असर नहीं दिखाती। उदाहरण के लिए यदि किसी विटामिन की जरूरत स्किन को ज्यादा है और आप इसे किचन से जुड़े किसी सब्जी या फल से पूरी करते हैं तो वो केवल 30 प्रतिशत तक उसकी जरूरत पूरी कर पाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि वह पूरी गहराई तक स्किन में नहीं जा पाता। ऐसे में ऑर्गेनिक मेकअप में तैयार प्रोडक्ट्स ऐसे मैटीरियल से बने होते हैं जो स्किन की गहराई तक जाते हैं और बचे हुए 70 प्रतिशत के नुकसान को पूरा करते हैं।
हर जगह हैं अल्ट्रावॉयलेट रेज
कॉस्मेटोलॉजिस्ट अर्पिता दास ने कहा कि त्वचा को सबसे ज्यादा खतरा अल्ट्रावॉयलेट रेज से होता है जो घर के बाहर से लेकर अंदर तक हमारी त्वचा को हानि पहुंचाती है। बाहर सूरज की किरणें और घर के अंदर एलईडी लाइट्स। ऐसे में घर के अंदर भी सनस्क्रीन लोशन लगाना जरूरी हो जाता है। सनस्क्रीनव लोशन चुनते हुए विशेष सावधानी की जरूरत होती है। इसके लिए एक बार डर्मोटोलॉजिस्ट से संपर्क जरूर करें। आपका सनस्क्रीन का एसपीएफ (सन प्रोटेक्शन फैक्टर) 30 से कम नहीं होना चाहिए। साथ ही सनस्क्रीन दिन भर आपकी प्रोटेक्शन नहीं कर सकता।
तीन चीजें ट्रेवल करते हुए जरूर रखें
- मोश्चराइजर (एसपीएफ-30)
- क्लींजर
- नाइटक्रीम
किचन को ऐसे बनाएं अपना मेकअप रूम
- चमक और नमी बरकार रखने के लिए सेब का मैश कर उसमें शहद, हल्दी मिलाकर फेस पैक बना सकते हैं। ये चेहरे को विटामिन देगा, जिससे चेहरे पर नमी बरकरार रहेगी।
- सन बर्न होने पर, चेहरे पर गुलाब जल और बर्फ लगाने से भी फायदा होता है।
- तैलीय त्वचा के लिए खीरे को मैश कर उसका पेस्ट बना लें और फिर चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इससे चेहरे पर पिंपल आने के आसार कम रहेंगे।
- सनबर्न से बचने के लिए टमाटर का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं।
- तीन से चार बार चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। ऐसा करने से चेहरे की चमक बढ़ती है।
- स्किन को ताजा रखने के लिए गुलाब जल, नींबू, खीरा और दही मिलकर चेहरे पर लगाएं। रिपोर्ट : शकर सिंह