चंडीगढ़ बॉर्डर तक बनाए मेट्रो, आगे बेहतर बस सुविधाएं मैं दूंगी : किरण खेर
सोशल मीडिया के जरिए पहली बार दिल की बात कार्यक्रम में सांसद किरण खेर लोगों से रू-ब-रू हुई। फेसबुक पर लाइव 54 मिनट तक बोलीं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सांसद किरण खेर ने कहा कि जीरकपुर, मोहाली, पंचकूला और आस-पास के शहरों की आबादी झट से चंडीगढ़ आना चाहती है। इसलिए वह सब मेट्रो चाहते हैं। अच्छा होगा अगर यह सब लोग अपनी सरकारों पर मेट्रो चलाए जाने का दबाव बनाएं। चंडीगढ़ के बॉर्डर तक मेट्रो ले आएं। आगे वह बसों की बेहतर सुविधा उपलब्ध करा देंगे। सोशल मीडिया के जरिए पहली बार दिल की बात कार्यक्रम में सांसद किरण खेर लोगों से रू-ब-रू हुई। फेसबुक पर लाइव 54 मिनट के कार्यक्रम में उन्होंने शहर से जुड़े लगभग सभी बड़े मुद्दों पर बात की और लोगों के सवालों के जवाब दिए।
मेट्रो प्रोजेक्ट को अटकाने के सवाल पर खेर ने वही पुराने अंदाज में इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि साढ़े 11 लाख आबादी का शहर 14 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट का बोझ नहीं उठा सकता। इतना पैसा लगाने से रिटर्न की संभावना न हो तो कोई सरकार बजट नहीं देगी। खुद फ्रांस की एजेंसी भी अपनी रिपोर्ट में यह बता चुकी है कि 2050 तक भी चंडीगढ़ की इतनी आबादी नहीं जिससे मेट्रो की जरूरत हो। मेट्रो बड़े मेट्रो शहरों के लिए है। चंडीगढ़ को ट्रैम और मोनो रेल जैसे प्रोजेक्ट की जरूरत है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश चंडीगढ़ बॉर्डर तक मेट्रो चलाएं आगे बस सर्विस वह मुहैया करा देंगे। चंडीगढ़ में मेट्रो से खूबसूरती को नुकसान पहुंचेगा। मेट्रो के बाद ाी ऑटो रिक्शा और टैक्सी की जरूरत पड़ेगी। मेट्रो घर नहीं केवल प्वाइंट टू प्वाइंट ही पहुंचाएगी। खेर ने बेबाकी से कहा कि वह जब तक है शहर का सत्यनाश नहीं होने देंगी। इन मुद्दों पर पवन बंसल को घ्खेरा
जल संसाधन मंत्री रहने के बाद ाी बंसल नहीं ला पाए पानी
पवन बंसल मुझसे पानी पर सवाल पूछते हैं लेकिन उन्हें सवाल खुद से करना चाहिए। 15 साल सत्ता में रहे। जल संसाधन और रेल मंत्री तक रहे। उसके बाद भी शहर को जरूरत अनुसार पानी नहीं दिला पाए। उन्होंने चंडीगढ़ को अतिरिक्त पानी मिलने का मुद्दा संसद में उठाया था। उसके बाद लगातार प्रयास किए। चंडीगढ़ कजौली वॉटर वर्क्स पर अपना काम पूरा कर चुका है। पंजाब का काम रहता है। पंजाब में कांग्रेस सरकार है बंसल को चाहिए कि वह कहकर बचे काम को जल्द कराएं। वैसे भी एक दो महीने बाद चंडीगढ़ को 29 एमजीडी अतिरिक्त पानी मिल जाएगा और भविष्य में पानी की दिक्कत नहीं रहेगी। नीड बेस्ड चेंज में मिलेगी बड़ी राहत
स्नेहा सिंह ने सीएचबी के मकानों में नीड बेस्ड चेंज को रेगुलर करने पर सवाल किया। खेर ने कहा कि वह लोगों की परेशानी से परिचित हैं। इस मामले को एक कमेटी दे ा रही है। उनकी कोशिश सभी तरह के नीड बेस्ड चेंज को रेगुलर करवाने की रहेगी। बशर्ते मकान के ढांचा कमजखेर नहीं होना चाहिए। ऐसा न हो कि मकान ही गिर जाए। कमेटी ग्राउंड लेवल पर सर्वे के बाद रिपोर्ट तैयार कर रही है। जिससे बायलॉज में ही बदलाव किया जा सके। अभी जो पुरानी रियायतें कैंसल होने के ऑर्डर की बात है। कमेटी इन सभी रियायतों को भी देख रही है। जल्द बायलॉज में बदलाव के बाद ाविष्य के हिसाब से राहत मिलेगी। कांग्रेस थोड़ा-थोड़ा बढ़ाती तो अब नहीं पड़ता बोझ
जयदीप सिंह ने किरण खेर से प्रॉपर्टी को लीज टू फ्री होल्ड की कन्वर्जन फीस कम कराने का सवाल किया। इस पर भी खेर ने कांग्रेस को जि मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो 2013 में लीज टू फ्री होल्ड को बंद ही कर दिया था। जिस टाइम बंद किया था तब भी कन्वर्जन फीस प्रति स्क्वेयर फीट 1710 रुपये ही थी। 15 साल से कांग्रेस ने कभी इसे बढ़ाया ही नहीं। दूसरी तरफ प्रापर्टी के रेट और कलेक्टर रेट लगातार बढ़ते रहे। उन्होंने बड़ी मुश्किल से कन्वर्जन फिर शुरू कराया है। कलेक्टर रेट अधिक है इसलिए कन्वर्जन फीस ाी अधिक है। वह कलेक्टर रेट भी कम कराने का प्रयास कर रही हैं। कैबिनेट नोट तैयार जल्द मिलेगा न्याय
इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम के स्टेटस पर खेर ने कहा कि कांग्रेस के समय यह स्कीम शुरू हुई। ड्रा के बाद कैंडीडेट का फाइनल चयन कर उनसे पैसे ाी ले लिए गए। बाद में स्कीम को बंद कर दिया। स्कीम की शर्तो अनुसार चयनित कैंडीडेट कहीं घर नहीं ले सकता। किसी हाउसिंग स्कीम में अप्लाई नहीं कर सकता था। 4 हजार इंप्लाई इसमें फंस गए। उन्होंने स्कीम पर कई मीटिंग कर दोबारा मिनट्स तैयार करवाकर केंद्र सरकार को भेजा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मीटिंग की। अब इसका कैबिनेट नोट तैयार है। जल्द कोई हल निकलेगा और इंप्लाइज को न्याय मिलेगा। भर्ती कैंसल हुई तो शिक्षकों को आयु सीमा में छूट
2015 में हुई शिक्षक भर्ती पर गवर्नर और एडवाइजर दोनों से बात हुई है। उनको ाी टीचर्स से हमदर्दी है लेकिन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस हैं अगर कोई रिक्रूटमेंट पेपर लीक होने या करप्शन से लिप्त होती है तो उसे कैंसल करना पड़ता है। फिर ाी वह हर सं ाव कोशिश कर रही हैं कि यह ार्ती कैंसल न हो। अगर किसी सूरत में करनी ाी पड़ी तो इन स ाी शिक्षकों को आयु में छूट दी जाएगी। जिससे वह नई ार्ती प्रक्रिया का हिस्सा बन सकें। अनुपम खेर ने पूछा आलोचना कैसे सहन करती हैं
किरण खेर के पति अनुपम खेर ने भी उनसे सवाल पूछा कि वह अपनी आलोचना को किस तरह से लेती हैं? इस पर खेर ने कहा कि आलोचना बहुत ही अच्छी चीज है। अगर लोग उनकी आलोचना नहीं करते तो शायद वह इतना काम नहीं कर पातीं। कई बार आलोचना होने पर उनका दिल दुखता है। खासकर जब लोग पर्सनल हो जाते हैं। आलोचना दिल पर ले लो तो आपके लिए समस्या खड़ी हो सकती है। लेकिन वह तो यही मानती हैं कि कभी किसी का नुकसान नहीं करना चाहिए। चार साल में नहीं की कोई फिल्म
किरण खेर ने कहा कि सांसद बनने से आज तक चार साल में कोई फिल्म नहीं की। शूटिंग के लिए गई तो शहर के काम कैसे होंगे। बेटे को बेहद मिस करती हैं। साल में एक बार दिवाली पर ही मुंबई जाती हैं। उसी समय पति और बेटे से मिल पाती हैं। यहां अकेली रहती हूं तपस्या है लेकिन जिस देश ने उनके परिवार को इतना कुछ दिया उनका भी तो फर्ज कुछ देना का बनता है।