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किरण खेर की राह नहीं आसान, भाजपा में गुटबाजी खड़ी कर सकती है बड़ी मुश्किल

पार्टी में किरण खेर और टंडन के बीच की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। संगठन पर भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन का कब्जा है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 10:56 AM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 11:30 AM (IST)
किरण खेर की राह नहीं आसान, भाजपा में गुटबाजी खड़ी कर सकती है बड़ी मुश्किल
किरण खेर की राह नहीं आसान, भाजपा में गुटबाजी खड़ी कर सकती है बड़ी मुश्किल

चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। अपने पति अनुपम खेर के दम पर सांसद किरण खेर ने शहर से टिकट लेकर एक बाजी जीत ली है, लेकिन खेर की राह आसान नहीं है, क्योंकि किरण खेर को अपने ही पार्टी के नेताओं के भितरघात का सामना करना पड़ेगा। खेर को टिकट न मिलने से टंडन गुट नाराज है। इस समय पार्टी में खेर और टंडन के बीच की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। संगठन पर भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन का कब्जा है। नगर निगम में 19 भाजपा के पार्षद हैं, जिनमें से 10 टंडन और 9 सांसद किरण खेर के करीबी हैं। सदन की बैठक में दो गुट आपस में कई बार भिड़ चुके हैं। टिकट के लिए खेर और टंडन गुट ने जमकर एक-दूसरे के खिलाफ हाईकमान में शिकायतें भी की हैं। संजय टंडन पिछले 10 साल से पार्टी के अध्यक्ष हैं। जबकि भाजपा संविधान के अनुसार कोई भी दो कार्यकाल छह साल से ऊपर अध्यक्ष नहीं रह सकता है। इसके बावजूद टंडन टिकट लेने में नाकाम रहे।

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किरण खेर के उम्मीदवार बनने से अब शहर में राजनीति की तस्वीर साफ हो गई है। बुधवार से सभी दल अपना प्रचार तेज कर देंगे। अभी तक कांग्रेस और आप ही प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब किरण खेर अपना प्रचार तेज कर देंगी। देरी से टिकट मिलने में जो प्रचार में अब तक नुकसान हुआ है, उसे भी किरण खेर को पूरा करना है। वहीं, निर्दलीय पार्षद दलीप शर्मा अब खेर के साथ ही रहेंगे। जबकि पहले यह माना जा रहा था कि खेर को टिकट न मिलने पर शर्मा कांग्रेस या आप में शामिल हो जाएंगे।

कांग्रेस नेताओं ने टंडन गुट से संपर्क साधा

खेर को टिकट मिलने पर कांग्रेस के नेताओं ने टंडन गुट के नाराज नेताओं को संपर्क करना शुरू कर दिया है। वहीं, आप ने भी भाजपा के नाराज नेताओं को संपर्क करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के पवन बंसल का दूसरी बार किरण खेर के साथ मुकाबला होने जा रहा है, जबकि आप के हरमोहन धवन ने पिछले चुनाव में किरण खेर की मदद की थी। उस समय धवन भाजपा में थे लेकिन अब वह खेर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

खेर बोली, पार्टी में मेरी किसी से रंजिश नहीं, उम्मीद है कि टंडन मेरा साथ देंगे

पार्टी में शायद कई लोगों के मन मेरे प्रति कोई रंजिश हो सकती है। लेकिन मेरे मन में किसी को लेकर भी कोई रंजिश नहीं है। मैं उम्मीद करती हूं पार्टी प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन इस चुनाव में मेरा साथ जरूर देंगे। यह बातें मौजूदा सांसद किरण खेर ने मंगलवार को सेक्टर-8 स्थित अपने निवास स्थान पर कही। जब खेर से सवाल किया गया कि इस चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन अब उनके साथ नहीं हैं। इस पर खेर ने कहा बेशक हमारी पार्टी के एक पूर्व नेता हरमोहन धवन आज हमें छोड़कर दूसरी पार्टी में चले गए हैं। लेकिन मेरे मन में उनके लिए हमेशा इज्जत रहेगी। जब खेर से पूछा गया कि क्या पार्टी के सीनियर लीडर एवं पूर्व सांसद सत्यपाल जैन आगामी लोकसभा चुनाव में उनका साथ देंगे। खेर ने इस सवाल का जवाब देते कहा कि जैन उनके लिए हमेशा साथ खड़े रहते हैं।

मुझे लगता है बंसल यह सोच रहे होंगे कि खेर को टिकट न मिले : एक सवाल के जवाब में खेर ने कहा कि मुझे लगता है कि पवन बंसल यह सोच रहे होंगे कि मुङो दोबारा टिकट न मिले। खेर ने कहा कि चुनावी मैदान में भले ही कोई निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हो। मुकाबला सबके साथ होता है। मेरा मुकाबला कांग्रेस, आप और अन्य प्रत्याशियों से भी है, जोकि इस समय चुनावी मैदान में मेरे समक्ष खड़े हैं। इस बार टिकट न मिलने से जुड़े एक सवाल में खेर ने कहा कि मैं दिन रात पार्टी के लिए काम कर रही थी। मैं पीएम मोदी और पार्टी के लिए काम कर रही हूं। अगर मुझे चुनाव लड़ने के लिए बोला गया है तो मैं चुनाव लडूंगी।

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