निजी कोठी में फ्री में काम करवाने के आरोप पर मेयर कालिया बोले-मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही
कालिया के मेयर बनने के बाद एक और नया विवाद खड़ा हो गया है। अब कालिया पर नगर निगम के अपने ही जेई ने आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : राजेश कालिया के मेयर बनने के बाद एक और नया विवाद खड़ा हो गया है। अब कालिया पर नगर निगम के ही जेई ने आरोप लगाया है। जेई ने कमिश्नर को दी शिकायत में कहा है कि उन पर मेयर जूझार नगर में अपनी निजी कोठी में व्हाइट वॉश, डिस्टेंपरिंग और पेटिंग वर्क फ्री में करवाने का दबाव बना रहे हैं। ऐसा न करने पर कालिया ने धमकी दी है कि उनका तबादला करवा देंगे। ऐसे में कांग्रेस पार्टी अब इसे मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही है। अपने ही वार्ड में साढ़े 4 करोड़ रुपये के पेवर ब्लॉक का प्रस्ताव पास करवाने से भी कालिया पर सवाल उठने लग गए हैं।
जेई सुभाष चंद ने इसकी लिखित शिकायत सोमवार को कमिश्नर कार्यालय में दर्ज करवाई है। वहीं, मेयर राजेश कालिया का कहना है कि वे खुद इस मामले की जांच की मांग करते हैं। उन्होंने खुद कार्यवाहक कमिश्नर संजय झा से जांच की मांग की है। मेयर ने कहा कि जेई झूठ बोल रहा है। उनकी कोठी बनकर तैयार हो चुकी है, उन्होंने जेई को न तो कोई धमकी दी है और न ही कोठी का काम करवाने का दबाव बनाया है।
मेयर राजेश कालिया ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है। उनके विपक्षी आरोप लगाकर उन्हें रोकना चाह रहे हैं लेकिन वे रुकने वाले नहीं हैं, शहर के विकास के लिए काम करते रहेंगे।
सैलरी का एक तिहाई भी अदालत में जमा करवाया गया
मालूम हो कि मेयर बनने के बाद नगर निगम ने कालिया का सैलरी अलाउंस का भी एक तिहाई हिस्सा काटकर अदालत में जमा करवाया है क्योंकि कालिया को एक वकील की 13 लाख रुपये राशि देनी है। अदालत के आदेश पर ही चेक बाउंस होने पर हर माह सैलरी अलाउंस काटकर अदालत में जमा करवाने का आदेश किया था।
आरोप : जो वे बोलेंगे, वही करना होगा
जेई ने शिकायत में कहा है कि मेयर कालिया ने उन्हें कहा है कि वे शहर के मेयर हैं, जो बोलेंगे, वही होगा। अगर आपने नौकरी करनी है, तो मेरी बात को सुनना पड़ेगा। शिकायत में कहा गया है कि मेयर की धमकी और कार्यकारी अभियंता धमेंद्र शर्मा के कहने पर उन्होंने कोठी में एएचए कंस्ट्रक्शन एजेंसी से काम भी करवाना शुरू कर दिया था। लेकिन ठेकेदार ने दो दिन बाद उनसे राशि मांगी, जिसकी राशि अदा करने से जेई ने इन्कार कर दिया और कार्यकारी अभियंता को मिलने के लिए कहा गया। इस पर कंपनी कार्यकारी अभियंता धमेंद्र शर्मा को मिली। शर्मा ने जेई सुभाष चंद को अपने कमरे में बुलाया और कहा कि मेयर ने उनका तबादला करने के लिए बोला है। शर्मा ने कहा कि नौकरी करनी है, तो मेयर की सुननी होगी। लेकिन जेई ने कोठी में काम करवाने से साफ मना कर दिया।
भाजपा के लिए शर्म की बात : कांग्रेस
कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र बबला का कहना है कि आज तक किसी भी मेयर ने इस तरीके से अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने निजी काम नहीं करवाए हैं। यह शर्म की बात है कि किस तरह से भाजपा का मेयर अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने निजी काम करवा रहा है। वे इसकी खुद भी शिकायत प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर से करेंगे, ताकि मामले की सही जांच हो सके। जो कार्यकारी अभियंता अपने निचले अधिकारियों पर दबाव डालकर गलत काम करवाने के लिए कहता है, उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।