जज पेपर लीक मामला : सेकेंड टॉपर और जीजा-साले से 3 घंटे पूछताछ
हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई और जीजा-साले को आमने-सामने बैठाकर शुक्रवार की शाम एसआइटी ने 3 घंटे पूछताछ किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई और जीजा-साले को आमने-सामने बैठाकर शुक्रवार की शाम एसआइटी ने 3 घंटे पूछताछ किया। पिछले बुधवार कोर्ट में पेश कर एसआइटी ने दोबारा तीन दिन के रिमांड में लिया हैं। एसआइटी ने अपनी दलील में कहा कि आरोपितों को सामने-सामने बैठाकर सवाल-जवाब करनी है। इसके अलावा पैसे कहां से आए, किसके-किसके पास बंटे और अन्य कौन-कौन आरोपित शामिल थे। सूत्रों के अनुसार तीनों आरोपितों की मुलाकात, उनसे जुड़े लोग और जुड़ी अन्य कड़ी के बारे में लंबी पूछताछ एसआइटी ने की। पैसा कहां से आया, किसने-किसने पैसा दिलवाने में सहयोग किया और इसके अलावा और कौन जज बनना चाहता था? मामले में हाई कोर्ट की फटकार के बाद एसआइटी प्रमुख एसपी रवि कुमार, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी कुछ भी बोलने से साफ इन्कार कर रहे हैं। हाई कोर्ट ने फटकार में कहा था कि एसआइटी की कार्रवाई कभी भी उजागर नही होनी चाहिए। इससे पहले बीते शनिवार को एसआइटी ने आरोपित आयुषी के पिता सुभाष गोदारा और मामा सुशील भादू को गिरफ्तार कर रविवार को 4 दिन के रिमांड में लिया था। जबकि, उनकी निशानदेही पर एसआइटी ने सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई को बीते सोमवार को गिरफ्तार कर 2 दिन के रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान तेजिंदर ने खुलासा किया कि उसने आगे भी दो कैंडिडेट्स को पेपर खरीदने के लिए मुलाकात करवाई थी। इससे पहले मामले में आरोपित ने खुलासा किया कि उसने 7 लाख रुपये एडवांस दिए थे और काम पूरा होने पर 1 करोड़ रुपये देने का एग्रीमेंट किया था। तीनों आरोपित 50-50 हजार रुपये के ईनामी थे।