ढाई महीने के बाद गोल्फ खेलने पहुंचे जीव मिल्खा सिंह बोले : मजा आ गया
पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह ने बुधवार को गोल्फ क्लब में जाकर अपने साथियों के साथ गोल्फ खेला।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह ने बुधवार को गोल्फ क्लब में जाकर अपने साथियों के साथ गोल्फ खेला। जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि ढाई महीने के बाद गोल्फ खेलना काफी सुखद लग रहा है। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए 25 मार्च को लॉकडाउन लग गया था, तब से लेकर खेल गतिविधियां पूरी तरह से बंद थी। जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि हवा काफी साफ है और धूप भी शानदार खिली हुई है, ऐसे में गोल्फ खेलने का अपना मजा है। जीव मिल्खा सिंह 20 से ज्यादा प्रोफेशनल गोल्फ टूर्नामेंट जीत चुके हैं। साल 2006 में जीव मिल्खा सिंह ने दुनिया के टॉप 100 गोल्फर्स में जगह बनाई थी। उनकी इन्हीं उपलब्धियों की वजह से उन्हें सरकार की तरफ से पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। वह उड़न सिख पद्मश्री मिल्खा सिंह के बेटे हैं। कोरोना संक्रमण को रोकना सबकी जिम्मेदारी
जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि अगर आपको लगता है कि आपकी तबीयत ठीक नहीं है तो आपको खुद ही अपने आपको क्वारंटाइन कर लेना चाहिए। कोरोना संक्रमण को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है। देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकें। उन्होंने कहा कि गोल्फ क्लब आने वाले सभी खिलाड़ी यकीनन शरीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए खेल का लुत्फ उठाएंगे। गोल्फर्स अपनी फिटनेस को बनाएं बेहतर
जीव मिल्खा सिंह कहा कि गोल्फ के लिए आपका अनुभव काफी अहम रहता है। यह फिजिकल के साथ माइंड गेम है, इस गोल्फ कोर्स के हिसाब से अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है, यह सब आपको अनुभव से ही आता है। इसके अलावा फिटनेस भी काफी अहम होती है। इसलिए जो गोल्फर लॉकडाउन के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलना चाहते हैं, वह घर रहकर अपनी फिटनेस पर ध्यान दें। आपके पसंदीदा गोल्फर का जीवन परिचय
नाम - जीव मिल्खा सिंह
जन्म - 15 दिसंबर 1971
हाइट - 6 फीट
प्रोफेशनल प्रतियोगिता में जीत -20
सम्मान - अर्जुन अवॉर्ड (1999), पदमश्री (2007)
परिजन - पद्मश्री मिल्खा सिंह, माता निर्मल कौर (पूर्व भारतीय महिला वालीबॉल टीम की कप्तान)
पत्नी -कुदरत
बेटा -हरजय