NRI युवती व गरीब युवक की प्रेम कहानी का यूं हुआ दर्दनाक अंत, मां व मामा बने 'खलनायक'
जस्सी हत्याकांड मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मामले में जस्सी की मां मलकीत कौर (65) और उसके मामा सुरजीत सिंह (70) को कनाडा सरकार ने डिपोर्ट कर दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। जस्सी हत्याकांड मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मामले में जस्सी की मां मलकीत कौर (65) और उसके मामा सुरजीत सिंह (70) को कनाडा सरकार ने डिपोर्ट कर दिया है। इसके अलावा कनाडा पुलिस ने दोनों मुलजिमों को दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया है। पंजाब पुलिस अब दोनों को दिल्ली से पंजाब लाकर संगरूर जिले की मलेरकोटला अदालत में पेश करेगी।
इससे पहले सितंबर 2017 में कनाडा स्थित वैंकुवर की सुप्रीम कोर्ट ने जस्सी की मां और मामा को भारत भेजने के निर्देश जारी किए थे। उनको जब एयरपोर्ट तक लाया गया तो ऐन मौके पर ही सुरजीत और मलकीत के परिजनों को नियमों के तहत पहले सूचित न किए जाने का हवाला देते हुए इनको भारत भेजने पर रोक लगा दी गई थी। फिर से यह मामला वहां की सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंच गया था। बाद में, वैंकुवर की सुप्रीम कोर्ट ने 11 दिसंबर को फैसला सुनाते हुए दोनों आरोपितों को भारत में चल रहे इस ऑनर किलिंग केस का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण करने की मंजूरी दे दी थी। अब दोनों को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है।
ये है मामला
कनाडा निवासी जसविंदर कौर उर्फ जस्सी अपने नानके गांव काउंके कलां में आई थी। इसी दौरान उसे गरीब परिवार के सुखविंद्र सिंह उर्फ मिट्ठू से प्रेम हो गया। परिजनों को यह बात पता चली तो उन्होंने इसका विरोध जताया। लेकिन, अपने प्यार को पाने के लिए दोनों ने 15 मार्च 1999 को आपस शादी कर ली।
इसके बाद परिवार के सदस्य जस्सी को बहला-फुसलाकर अपने साथ कनाडा ले गए। वहां से जस्सी कनाडा की रायल मांउटेड पुलिस की सहायता लेकर मई 2000 में भारत मिट्ठू के पास लौट आई। आरोप है कि परिवार ने योजना के तहत 8 मई 2000 को जस्सी व मिट्ठू पर जानलेवा हमला करवा दिया। उस हमले में जस्सी की मौत हो गई। उसका शव अगले दिन नहर के किनारे मिला था और मिट्ठू बुरी तरह से घायल हो गया था। मामले में नामजद जस्सी की मां मलकीत कौर और मामा सुरजीत सिंह कनाडा चले गए थे।