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कांग्रेस नेता की बिल्डिंग में आइटीआइ इंस्ट्रक्टर का पेपर लीक, मैनेजर गिरफ्तार, तीन फरार

टेक कंम्प्यूटर लैब के अंदर मैनेजर 24 वर्षीय नीतिश को गिरफ्तार कर लिया।

By Edited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 09:24 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 03:02 AM (IST)
कांग्रेस नेता की बिल्डिंग में आइटीआइ इंस्ट्रक्टर का पेपर लीक, मैनेजर गिरफ्तार, तीन फरार
कांग्रेस नेता की बिल्डिंग में आइटीआइ इंस्ट्रक्टर का पेपर लीक, मैनेजर गिरफ्तार, तीन फरार

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : यूटी पुलिस ने हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के आइटीआइ इंस्ट्रेक्टर परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 स्थित कांग्रेस पार्षद देवेंदर बबला के प्लॉट नंबर 153 में चल रहे मैपल टेक कंम्प्यूटर लैब के अंदर मैनेजर 24 वर्षीय नीतिश को गिरफ्तार कर लिया। वहा से भागे लैब चलाने वाले राकेश उर्फ राका उसका भाई मंजीत और असिस्टेंट(ड्राइवर) अमित सहित चारों के खिलाफ सेक्टर-31 थाना पुलिस ने धारा 420, 120बी, 511 के तहत केस दर्ज किया है। मौके से हरियाणा के अलग-अलग जिलों से आने वाली महिला सहित 11 राउंडअप कैंडिडेट्स से पूछताछ जारी है। कैंडिडेंट्स ने बताया कि पेपर देने के लिए आरोपितों से किश्तों में 10 से 15 लाख का सौदा किया था। शुक्रवार कोर्ट में पेश कर मैनेजर का पुलिस रिमांड हासिल की कोशिश करेगी। एक जून 2019 को प्लॉट मालिक बबला और सुनील राठी के बीच एग्रीमेंट हुआ है। जिसकी संदेह में यूटी कांस्टेबल अजय कुमार ने गारंटी ली है। इसमे पार्षद बबला की कोई भूमिका नहीं है। इस तरह हुआ भंडाफोड़, इन सुबूतों की रिकवरी एसएसपी निलांबरी जगदाले ने बताया कि वीरवार सुबह सेंट्रल डीएसपी कृष्ण कुमार को गुप्त सूचना मिली कि 10.30 बजे होने वाली परीक्षा का पेपर पढ़ने कैंडिडेट्स आए हैं। जिसके आधार पर सेक्टर-31 थाना प्रभारी राजदीप ¨सह के साथ मिलकर फेज-2 स्थित मैपल टेक कंम्प्यूटर लैब में सुबह रेड कर मैनेजर की गिरफ्तारी, कैंडिडेट्सों को राउंडअप करना, सुबूतों को जब्त करने की कार्रवाई पूरी कर दी गई। सुबूत के तौर पर मैनेजर का मोबाइल, उसके कैंडिडेट्स से बातचीत की रिकार्डिग, वाट्सअप मैसेज, ऑडियो रिकार्डिग जब्त की हैं। इसमें मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, वेल्डिंग इंजीनिय¨रग सहित अन्य पेपर भी शामिल थे। ऐसे फंसते कैंडिडेट्स, सभी एक-दूसरे के रिश्तेदार मैनेजर नीतिश ने बताया कि वे लोग परीक्षा के समय कैंडिडेट्स से संपंर्क कर पेपर पास करवाने का सौदा 10 से 15 लाख में करते थे। सभी कैंडिडेट्स अपने-अपने रिश्तेदार कैंडिडेट्स को उनके साथ जोड़ लेते थे। इसके बाद कॉल, वाट्सअप और ऑडियो मैसेज से उन्हें परीक्षा के एक दिन पहले लैब में बुलाकर पेपर करवाते थे। तीन से 18 दिसंबर तक परीक्षा चंडीगढ़, अंबाला, हिसार, रोहतक, कैथल, यमुनानगर सहित अलग-अलग जगह सेंटर पर तीन से 18 दिसंबर तक परीक्षा दो शिफ्ट में चल रही हैं। सुबह 10.30 से 12 बजे और दोपहर दो बजे से साढे़ तीन बजे तक परीक्षा का समय तय हैं। इससे पहले तीन और चार तारीख के पेपर हो चुके हैं। ये हैं कैंडिडेट्स कैथल के कपिल देव, नरेंदर ¨सह, पानीपत के कपिल, अनुदीप, सोनीपत के नीरज, संदीप, जींद के अजय कुमार, प्रदीप, रोहतक के विकास, हिसार के नवीन भारद्वाज और दीपिका कैंडिडेट्स थे। जगत ¨सह और रवि अभिभावक के तौर पर आए थे। सजिस प्लॉट में आरोपितों ने ऑफिस खोला, वह प्लॉट देवेंदर बबला का है। जिसे बबला ने एक जून को सुनील राठी को रेंट पर दिया था। एग्रीमेंट में यूटी कांस्टेबल अजय कुमार गारंटर है और उसकी भी संदिग्ध भूमिका मानकर जांच चल रही है। मामले में जल्द ही अन्य गिरफ्तारी और कई खुलासे होंगे। -नीलांबरी जगदले, एसएसपी

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