अभिनेता गैवी चहल बोले-पंजाबी सिनेमा में अकेले अभिनय के दम पर टिकना मुश्किल
अभिनेता गैवी चहल का कहना है कि जाबी सिनेमा में अकेले अभिनय के दम पर टिकना काफी मुश्किल हो गया है। पंजाबी सिनेमा में यदि रोल चाहिए तो सिंगर होना जरूरी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाबी सिनेमा में अकेले अभिनय के दम पर टिकना काफी मुश्किल हो गया है। पंजाबी सिनेमा में यदि रोल चाहिए तो या तो आप सिंगर होना जरूरी है या फिर कोई डायरेक्टर। यदि सिर्फ अभिनय आपको आता है तो आपको फिल्म नहीं मिलेगी। पॉलीवुड से शुरुआत करने वाले अभिनेता गैवी चहल रविवार को विशेष कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शहर पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने कहा कि मैंने शुरुआत पंजाबी सिनेमा से की थी और आगे भी इसमें फिल्में करना चाहता हूं, लेकिन दुख की बात है कि पंजाबी सिनेमा की डिमांड बदल गई है। वह अपनी जगह सही होंगे, लेकिन मैं ही उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा, जिसके चलते मैं पंजाबी को छोड़कर अब बॉलीबुड के लिए आगे बढ़ रहा हूं। गैवी टाइगर, टाइगर जिंदा है जैसी फिल्मों में पाकिस्तानी डेलीगेशन का अहम भूमिका अदा कर चुके हैं।
टाइगर फिल्म के बाद पाक दर्शकों से मिला प्यार
गैवी ने बताया कि टाइगर और टाइगर जिंदा है, दोनों फिल्मों में मैंने काम किया है। जब मैंने टाइगर फिल्म में अभिनय किया तो उस समय मुझे सोशल मीडिया के जरिए कई पाक दर्शकों के मैसेज मिले, जिन्होंने मेरे काम को देखकर पूछा कि क्या आप सच में पाकिस्तान के रहने वाले हो। उन्हें मेरी लुक पाकिस्तानी लगती है। हालांकि उन मैसेज से मुझे बहुत ज्यादा प्रोत्साहन मिला है कि उनके देश का प्रतिनिधि बनने के लिए ही वह मुझे याद कर रहे हैं। इसके अलावा 'टाइगर जिंदा है' में काम करने के बाद मुझे बॉलीवुड में लगातार ऑफर मिल रहे हैं। जिसमें 24 मई को यह है इंडिया फिल्म 'वर्ल्ड वाइड' रिलीज होने वाली है। फिल्म 'कांस' फिल्म फेस्टिवल में भी एंट्री करा चुकी है। इसके अलावा जल्दी ही साको जो कि चिपको आंदोलन पर बनी है और तारेबाज जो कि अभिनेता संजय दत्त के साथ बनाई गई है, अगले साल रिलीज होने वाली है।
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