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पंजाब विधानसभा में उठा SYL की जगह दशमेश नहर निर्माण का मामला, कमेटी गठित

पंजाब विधानसभा में एसवाईएल की जगह दशमेश नहर बनाने का मामला उठा। इसकी संभावना का पता लगाने के लिए विधानसभा की कमेटी गठित होगी। दशमेश नहर काे एसवाईएल नहर से ही निकाला जाना था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 12:49 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 12:49 PM (IST)
पंजाब विधानसभा में उठा SYL की जगह दशमेश नहर निर्माण का मामला, कमेटी गठित
पंजाब विधानसभा में उठा SYL की जगह दशमेश नहर निर्माण का मामला, कमेटी गठित

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब विधानसभा में बुधवार को सतलुज यमुना संपर्क न‍हर (SYL canal) की जगह दशमेश बनाने का मामला उठा। सदस्‍यों ने राज्‍य के कई इलाकों में सिंचाई की समस्‍या काे उठाते हुए इस दशमेश नहर के निर्माण की बात की। विधानसभा अध्‍यक्ष ने इस मामले के अध्‍ययन के लिए विधानसभा की कमेटी बनाने का ऐलान किया। विधानसभा कमेटी इस नहर के निर्माण की संभावनाओं का पता लगाएगी।

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बता दें कि दशमेश नहर को एसवाईल (SYL) नहर से निकाला जाना था। लेकिन, एसवाईएल नहर में गतिरोध आने और पंजाब सरकार द्वारा इसे बंद किए जाने से दशमेश नहर का मामला भी लटक गया। यह मामला आज विधानसभा में राजपुरा के विधायक हरदयाल सिंह कंबोज ने उठाया।

कंबोज ने कहा कि एसवाईएल नहर से निकाली जाने वाली दशमेश नहर से पंजाब के नौ लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचित किया जाना था। अब हरियाणा से जल विवाद होने के कारण एसवाईएल नहर का प्रोजेक्ट खत्म हो गया है। ऐसे में इस प्रोजेक्ट से निकलने वाली दशमेश नहर के निर्माण का मामला भी बंद हो गया है। पंजाब के बहुत से इलाके बंजर होने की कगार पर पहुंच गए हैं और उनके लिए दशमेश नहर बहुत जरूरी है।

उन्होंने विधानसभा के स्पीकर से मांग की कि सदन की कमेटी गठित कर दशमेश नहर की संभावनाओं का पता लगाया जाए। इसी बीच सिंचाई मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया ने कहा कि इस नहर के शुरू होने की संभावना कम है। ऐसा करने पर यह मामला सीडब्ल्यूसी में जाएगा और वहां पर हरियाणा इस पर एतराज करेगा। ऐसे में इसकी संभावना का पता लगाना मुश्किल है।

इसके बाद यह नहर जिन क्षेत्रों से गजुरने वाली थी वहां के विधायकों ने कहा कि उनके हल्के में पानी की बहुत बड़ी समस्या पैदा हो गई है। कंवर संधू ने कहा कि इस नहर से 9 माइनर निकलने थे जो विभिन्न इलाकों को सिंचित करते लेकिन वे सभी बंद हो गए हैं। विवाद बढ़ता देख कर स्पीकर राणा के पी सिंह ने इस मामले पर विधानसभा की कमेटी बनाने का आश्‍वसन दिया।


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