निगम की जमीन पर बने पार्को का एसोसिएशन करेगी रखरखाव
109 पार्क ऐसे हैं, जिसका रखरखाव रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशस की ओर से किया जाता है।
मोहाली : नगर निगम के अधीन आने वाले पार्को की देखभाल और रखरखाव शहर की संस्थाएं करेंगी। फिलहाल 52 एकड़ जमीन के पार्क की देखभाल कई एसोसिएशन कर रही हैं। इसे बढ़ाकर अब 75 एकड़ किया जाएगा और इस पर करीब 90 लाख रुपये खर्च किए जाने का प्रस्ताव है। निगम की ओर से शहर के पार्को के रखरखाव का जिम्मा लोगों को ही देने का प्रस्ताव है। करीब एक साल पहले ग्रेटर मोहाली एरिया डवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) से सभी 540 पार्क निगम ने टेकओवर कर लिए गए थे। इन पार्को में से करीब 109 पार्क ऐसे हैं, जिसका रखरखाव रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशस की ओर से किया जाता है। इसलिए अब निगम बचे हुए करीब 431 पार्को में भी एसोसिएशस की भागीदारी बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। गमाडा ने शहर के करीब 540 पार्को में से 109 पार्क रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशस को मेंटेनेंस के लिए दिए हुए हैं, जिसके लिए प्रति वर्ष शहर के अलग-अलग फेजों में स्थित एसोसिएशस के साथ एक साल का इकरारनामा किया जाता है। उसके आधार पर 2 रुपये 45 पैसे प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब से राशि प्रतिमाह दी जाती है। इसी के चलते एसोसिएशस अपने आधार पर खुद ही मेंटेनेंस कर रही हैं। एसोसिएशस के पार्क नगर निगम के स्पेशल पार्को से भी अच्छे दिखाई देते हैं। एसोसिएशस की ओर से मेंटेन किए जा रहे करीब 109 पार्को के बाद बचे 431 पार्को में से 70 फीसदी की हालत खस्ता है। बहुत से पार्को में सफाई तक नहीं होती। इन पार्को पर लोगों का कब्जा है। कहीं लोगों ने पार्किग बनाई हुई है तो कहीं मलबा फेंका हुआ है जबकि गमाडा की ओर से पूरे शहर के 540 पार्को की मेंटेनेंस का ठेका करीब 4 करोड़ में दिया जाता था। उसके बदले 2 रुपये 45 पैसे लेकर एसोसिएशन ज्यादा अच्छी मेंटनेंस करती है। निगम की ओर से करीब 72 लाख रुपये सभी 109 पार्को की मेंटेनेंस पर खर्च किए जाते हैं। इन सभी पार्को का एरिया 52 एकड़ है। निगम अब एसोसिएशस को दिए जाने वाले पार्को का एरिया बढ़ाकर 75 एकड़ करने जा रहा है, जिसके लिए करीब 90 लाख रुपये खर्च करने की प्रोविजन की गई है। इसे लेकर हाउस में भी प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। मेयर कुलवंत सिंह का कहना है कि पार्को की मेंटेनेंस अधिक से अधिक रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशस करें। इसे लेकर योजना बनाई गई है। मेंटेनेंस राशि भी इस साल अधिक रखी गई है।