एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में इंडिया ने जीते 160 मेडल
मलेशिया के पेनांग में आयोजित एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा। इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने 56 गोल्ड मेडल, 57 सिल्वर मेडल और 47 ब्रांज मेडल जीते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मलेशिया के पेनांग में आयोजित एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा। इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने 56 गोल्ड मेडल, 57 सिल्वर मेडल और 47 ब्रांज मेडल जीते हैं। भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन से उत्साहित मास्टर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव विनोद शर्मा ने कहा कि इस टूर्नामेंट में 64 देशों ने हिस्सा लिया था, इस प्रतियोगिता में कुल 28 खेल प्रतियोगिताएं हैं। इसमें भारतीय दल के 201 मास्टर्स खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें 114 पुरुष और 61 महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। मास्टर्स हॉकी टीम ने लिया हार का बदला
मास्टर्स हॉकी टीम के मैनेजर गुरविंदर सिंह ने बताया कि जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में मलेशिया ने भारतीय टीम को हराकर टूर्नामेंट से बाहर किया था, वहीं हमारी मास्टर्स हॉकी टीम ने प्रतियोगिता के पहले और फाइनल मैच में मलेशिया को हराकर एशियन गेम्स में मिली हार का बदला लिया। गुरविंदर ने बताया कि हमनें इस टूर्नामेंट में इंडियन मास्टर्स टीम ने पांच मैच खेले और सभी मैच जीते। चंडीगढ़ के खिलाड़ियों ने जीते 7 मेडल
मलेशिया के पेनांग में आयोजित एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में चंडीगढ़ के चार खिलाडि़यों ने सात मेडल जीते हैं। गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल सेक्टर-16 में बतौर नर्सिग ऑफिसर सेवाएं दे रही नीरू कक्कड़ ने इस टूर्नामेंट चार मेडल जीते। नीरू ने प्लस-45 आयुवर्ग की कैटेगरी की 5000 मीटर रेस में हिस्सा लेते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। दूसरा सिल्वर मेडल नीरू ने 5000 मीटर वॉक में जीता। नीरू कक्कड़ ने तीसरा ब्रांज मेडल 3000 मीटर वॉक में और 21 किलोमीटर की हॉफ मैराथन में फिनिशर का मेडल का जीता। वहीं चंडीगढ़ नगर निगम में बतौर इंजीनियर काम करने वाले गुरजीत सिंह ने वेटलिफ्टिंग में मेडल जीता है। गुरजीत ने बताया कि वह अपने बेटे गुरकरण सिंह और परमवीर सिंह को वेटलिफ्टिंग की कोचिंग दिलाने के लिए सेक्टर-42 के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में लेकर जाते थे। वहीं से उन्हें भी वेटलिफ्टिंग में रूचि पैदा हुई। वह पिछले एक साल से प्रेक्टिस कर रहे हैं और यह उनका पहला मेडल है। इसके अलावा बैडमिंटन की मास्टर खिलाड़ी हारूण राशिद और कविता ने सिल्वर मेडल जीता है। चंडीगढ़ मास्टर्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट केएस भारती ने बताया कि जल्द फेडरेशन की तरफ से चंडीगढ़ के विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। 2021 में मास्टर्स ओलंपिक की अभी से तैयारी
मास्टर्स गेम्स फेडरेशन के संयुक्त सचिव मनमोहन सिंह ने बताया कि हम काफी खुश हैं कि अब इंडिया में मास्टर्स गेम्स का कल्चर बढ़ रहा है, पिछले साल चंडीगढ़ में आयोजित हुई मास्टर्स गेम्स में देशभर के 5000 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। अगले साल 10 फरवरी से देहरादून में नेशनल गेम्स होंगी। वहां से जो खिलाड़ी उभरेंगे उन सभी को साल 2021 में होने वाली मास्टर्स ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा। मनमोहन ने बताया कि इसी हफ्ते असम सरकार ने एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 5 लाख रुपये, सिल्वर मेडल जीतने वालों 3 लाख और ब्रांज मेडल जीतने वालों को 2 लाख रुपये मिले, इतना ही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को भी एक-एक लाख रुपये का इनाम दिया गया। उन्होंने कहा कि मास्टर्स एथलीट को उत्साहित करने के लिए अन्य राज्यों सरकारों को भी इस तरह की घोषणा करनी चाहिए।