विदेशी पर्यटकों के लिए भारत सबसे पसंदीदा देश, ग्रामीण इलाकों में भी बन सकते हैं पर्यटन के केंद्र: जीवन लाल वर्मा
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (पीयू) टूरिज्म एंड रूरल डेवलपमेंट विषय पर वेबिनार का आयोजन किया था। जीवन लाल ने इस दौरान उत्तराखंड के कांडा गांव में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के अपने अनुभवों को साझा किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोविड-19 ने व्यापार के साथ पर्यटन को काफी नुकसान पहुंचाया है। इस सीजन में विदेशी पर्यटन बड़ी संख्या में भारत का दौरा करते हैं। भारत विदेशी सैलानियों के लिए सबसे पसंदीदा देशों में से एक हैं। फिलहाल कोविड-19 का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। लेकिन सरकार ने अनलॉक के दौरान काफी कुछ खोल दिया है, जिससे कम से कम देशी पर्यटकों का रूझान तो बढ़ेगा। यह बात जीवन लाल वर्मा ने पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित वेबिनार में कही।
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (पीयू) टूरिज्म एंड रूरल डेवलपमेंट विषय पर वेबिनार का आयोजन किया था। जीवन लाल ने इस दौरान उत्तराखंड के कांडा गांव में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के अपने अनुभवों को साझा किया। वर्मा हर वर्ष विभिन्न स्वयंसेवकों को उत्तराखंड के कांडा और आस-पास के गांवों में रहने और समाज के लिए काम करने के लिए आमंत्रित करते हैं। आमतौर पर पर्यटक स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करना और उनके साथ रहना चाहते हैं। हमें बस उन्हेंं कुछ बुनियादी सुविधाएं प्रदान करनी हैं। यह ग्रामीण आबादी के लिए अतिरिक्त आय के रूप में कार्य कर सकता है। इस तरह से पर्यटन स्थानीय लोगों के जीवन को समृद्ध कर सकता है
वेबिनार में उपस्थित एक अन्य वक्ता अनकिट सूद ने ग्रामीण पर्यटन की भूमिका और महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सतत विकास के लिए इको पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने हिमाचल सरकार द्वारा समुदाय आधारित पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों को भी साझा किया है।
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