मंकीपाक्स के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों को जारी की एडवाइजरी
मंकीपाक्स के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रिसिपल को एडवाइजरी जारी की है। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन हरसुहिदरपाल सिंह बराड़ ने बताया कि पीजीआइ चंडीगढ़ की डाक्टर गुरसिमरन को नोडल आफिसर नियुक्त किया गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मंकीपाक्स के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रिसिपल को एडवाइजरी जारी की है। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन हरसुहिदरपाल सिंह बराड़ ने बताया कि पीजीआइ चंडीगढ़ की डाक्टर गुरसिमरन को नोडल आफिसर नियुक्त किया गया है। साथ ही स्कूल प्रिसिपल को हेल्पलाइन जारी की गई है। किसी बच्चे में लक्षण मिलने पर स्कूल प्रिसिपल नोडल आफिसर को सूचित करेगा जो कि बच्चे का सैंपल लेकर रिपोर्ट तैयार करेगा। मंकीपाक्स के डर से शहर के छह प्राइवेट स्कूल बंद कर चुके हैं क्लास
उल्लेखनीय है कि कुछ बच्चों के हाथ और मुंह पर छाले नजर आने पर छह प्राइवेट स्कूलों ने आफलाइन क्लास को बंद कर दिया है। 27 जुलाई को सेंट कबीर स्कूल सेक्टर-26 में एक बच्चे के मुंह और हाथ पर छाले नजर आए थे। स्कूल ने प्री नर्सरी से दूसरी क्लास की कक्षाएं बंद कर दी थी। इसके बाद दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर-40, भवन विद्यालय स्कूल सेक्टर-33 ने भी आफलाइन क्लास बंद कर दी। वीरवार को सेक्रेड हार्ट स्कूल सेक्टर-26, टेंडर हार्ट सेक्टर-33, सेंट जान्स हाई स्कूल में आफलाइन क्लास बंद कर दी गई। स्कूलों की ओर से कहा गया है कि आगे हालात को देखते हुए ही उचित कदम उठाया जाएगा। स्कूल बंद करने के निर्देश नहीं हैं। लेकिन यदि स्कूल सुरक्षा की दृष्टि से आफलाइन पढ़ाई बंद कर रहे हैं तो विभाग को उससे कोई परेशानी नहीं है।
- हरसुहिदरपाल सिंह बराड़, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन। मांकीपाक्स के लक्षण
- हल्के बुखार, खांसी या जुकाम के दो से तीन दिन बाद चेहरे और शरीर छाले पड़ना।