नए साल में ढाई लाख लोगों के बनेंगे जॉब कार्ड
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ में रहने वाले असंगठित ढाई लाख लोगों को जॉब
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ में रहने वाले असंगठित ढाई लाख लोगों को जॉब कार्ड का तोहफा मिलेगा। यह स्कीम एक जनवरी 2019 से शुरू होगी। जिसमें लोगों को शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य का लाभ मिलेगा। यह कार्य लेबर डिपार्टमेंट की तरफ से किया जाएगा। लोगों का जॉब कार्ड बनने के बाद सोशल वेलफेयर की तरफ से मिलने वाली सारी सुविधाएं इन लोगों को मिलेगी। जिसमें दो बच्चों की स्कूली शिक्षा, बेटी की शादी में आर्थिक सहयोग, बीमारी के दौरान आर्थिक लाभ और अकाल देहांत की स्थिति में भी मुआवजा दिया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के लांच होने के बाद करीब डेढ़ लाख लोगों को लाभ मिलेगा। हर व्यक्ति का अलग से कार्ड होगा और उसमें उसे मिलने वाली सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसमें मुख्य तौर पर वह लोग मौजूद रहेंगे जो कि किसी भी आर्गोनाइज कंपनी या अन्य संस्थान के साथ काम नहीं करते है।
लेबर डिपार्टमेंट में बनेगा जॉब कार्ड
जॉब कार्ड बनाने के लिए लेबर डिपार्टमेंट की तरफ से चंडीगढ़ अनआर्गेनाइज्ड वर्कर सोशल सिक्योरिटी बोर्ड 2018 का गठन कर दिया गया है। जो कि प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अलग-अलग सब कमेटियों को गठन करेगी। यह कमेटियों तय करेगी कि किस व्यक्ति को कार्ड बनाने से पहले किस प्रकार से अडेंटिफाई करना है। इसके लिए लेबर डिपार्टमेंट से ही फार्म मिलेगा जिसे भरने के बाद एक कार्ड इन लोगों को मिलेगा जिसमें व्यक्ति और उसके परिवार की पूरी जानकारी मौजूद रहेगी। इस कार्ड पर एक यूनिक नंबर भी मौजूद रहेगा जिससे हर कार्ड की एक अलग पहचान होगी।
कामकाजी महिलाओं से लेकर रिक्शा चालक भी होगे कवर
इस स्कीम का लाभ दूसरों के घरों में साफ-सफाई करने वाली महिलाएं, माली, रिक्शा चालक, रेहड़ी चालक, आटो ड्राइवर सहित वह हर व्यक्ति कवर होगा जिसकी वार्षिक आय डेढ़ से दो लाख रुपये के बीच होगी। इनकम सर्टिफिकेट प्रशासन की तरफ से ही जारी किए जाएंगे जिसके बाद कार्ड का निर्माण होगा।
तीन साल की शहर में रिहायश है जरूरी
कार्ड को बनवाने के लिए व्यक्ति के पास कम से कम चंडीगढ़ की तीन साल की रिहायश बहुत जरूरी है। इससे कम समय से चंडीगढ़ में रहने वालों का यह कार्ड नहीं बनेगा। इसके लिए व्यक्ति के पास जरूरी कागजात होने अनिवार्य है।
पेंशन की भी मिलेगी सुविधा
जॉब कार्ड वाले लोगों को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन की भी सुविधा मिलेगी। 60 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को सोशल वेलफेयर की स्कीम के अनुसार पेंशन दी जाएगी ताकि उनका जीवन आसान हो सके।
दस सालों के बाद बनने लगे है जॉब कार्ड
जॉब कार्ड बनाने की घोषणा वर्ष 2008 में हुई थी लेकिन किन्हीं कारणों से यह प्रोजेक्ट चंडीगढ़ में दस सालों से लागू नहीं हो सका। कोट-
लेबर डिपार्टमेंट को गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का एक्ट पेश किया गया था। जिसके बाद प्रोजेक्ट के लिए बोर्ड का गठन हो गया है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने का जिम्मा हमें मिला है। यह कार्य 29 सितंबर को दड़वा में होने वाले जागरूकता कैंप से शुरू कर दिया जाएगा।
महावीर सिंह, मेंबर सेक्रेटरी स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी