साइकिलिंग को प्रमोट करने के लिए साइकिलिस्ट्स ने दिए अहम सुझाव
साइकिल से ही कल है..के तहत रविवार को सेक्टर-9 से साइकिल रैली का आयोजन किया गया।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : यूटी प्रशासन चाहे शहर में साइकिलिंग को प्रमोट करने के चाहे लाख दावे करता हो लेकिन दिक्कतें अभी भी हैं। दैनिक जागरण के अभियान साइकिल से ही कल है..के तहत रविवार को सेक्टर-9 से साइकिल रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में हिस्सा लेने वाले साइकिलिस्ट्स ने बताया कि अभी भी शहर में साइकिलिग करना पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। साइकिल ट्रैक बनने से थोड़ी दिक्कतें जरूर कम हुई हैं लेकिन अभी भी चौराहों और गोल चक्कर को पार करने में साइकिलिस्ट्स को दिक्कत होती है। इसमें सुधार की काफी गुजाइंश है। इन्हीं साइकिलिस्ट्स ने कई सुझाव दिए जो शहर में साइकिलिग को प्रमोट करने के लिए अहम हैं। साइकिल पर स्कूल जाते समय चोट न लग जाए। इसलिए ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि वह स्कूल के समय में साइकिल पर चलने वालों छात्रों के लिए खास व्यवस्था करे। इसके अलावा स्कूल भी लोकल बच्चों को एडमिशन देने में तरजीह दे जिससे साइकिलिग प्रमोट हो। दैनिक जागरण की पहल बहुत अच्छी है। इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे।
-मोहिदर कौर, टीचर, जीएमएसएसएस-16 साइकिलिग के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। लोग अब महंगी व विदेशी साइकिल खरीदने को तरजीह दे रहे हैं जिसका सीधा असर लोकल साइकिल इंडस्ट्री पर पड़ रहा है। हमें साइकिलिग को प्रमोट करते समय स्वदेशी साइकिल निर्माताओं को भी प्रमोट करना चाहिए। इससे हमारी साइकिल इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी।
-राहुल महाजन, पर्यावरणविद व समाजसेवी मोटर व्हीकल एक्ट में साइकिलिस्ट्स और पैदल चलने वाले लोगों के लिए किसी तरह का कोई प्रोविजन नहीं है जबकि सड़क का इस्तेमाल यह लोग भी करते हैं। ऐसे में लाइसेंस बनाते समय उसमें एक क्लॉज यह भी जोड़ना चाहिए कि साइकिल और पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पर तरजीह दी जाएगी। साइकिल से ही कल है..यह अभियान इस दिशा में अच्छा कदम है।
-राकेश मोहिद्रा, लाइबेरियन, लॉ डिपार्टमेंट, पंजाब यूनिवर्सिटी हम अकसर बच्चों को हर त्योहार या जन्मदिन के मौके पर गिफ्ट देते हैं। अगर गिफ्ट में साइकिल दी जाए तो इससे अच्छा कोई गिफ्ट नहीं है। पर्यावरण की बिगड़ती सेहत को देखते हुए हमें इसे बचाने के लिए प्रयास करने होंगे। हर रविवार को इस तरह के आयोजन होने चाहिए। इससे साइकिलिग के प्रति माहौल बनेगा और लोग साइकिल के प्रति जागरूक होंगे।
-एमसी सिद्धू, प्रोफेसर, बॉटनी डिपार्टमेंट, पीयू सरकार निर्धारित करे नियम
2012 में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड और साल 2013 में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करने वाले सुखदेव सिंह बताते हैं कि वह लगातार पिछले 30 साल से हैंडल पर बैठकर साइकिल चला रहे हैं। साइकिल को प्रमोट करने के लिए सरकार को कोटे के आधार पर पेट्रोल-डीजल देना चाहिए। हर गाड़ी को महीने का 10 लीटर तेल मिलना चाहिए, इसके अलावा पांच लोगों का आधार कार्ड फोटोकॉपी लेकर गाड़ी लेने की परमिशन देनी चाहिए। तभी साइकिलिग प्रमोट होगी। सुखदेव सिंह फायर बिग्रेड में फायरमैन हैं। साइकिलिग को प्रमोट करने के लिए हम वर्षाें से काम कर रहे हैं। आज देश-दुनिया के लोग हमारे अभियान के साथ जुड़ रहे हैं। दैनिक जागरण जैसे बड़े अखबार अगर इस मुहिम को प्रमोट करेंगे तो यकीन साइकिलिग प्रमोट होगी।
-संजीव सागर, गो ग्रीन साइकिलिग एंड एनवायरमेंट क्लब पूरे देश में बनाए जाएं साइकिल ट्रैक
श्री गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव के मौके पर मानसा से चले तेजिदर पूरे एक महीने साइकिल पर पंजाब, हरियाणा से होते हुए दिल्ली तक का सफर करेंगे। तेजिद्र बताते हैं कि चंडीगढ़ में साइकिलिग के लिए बने ट्रैक को देखकर उन्हें खासी खुशी हुई। इस तरह के ट्रैक पूरे देश में बनने चाहिए। उन्होंने जागरण के अभियान की भी जमकर तारीफ की। 2014 से लेकर 2016 तक शहर में साइकिलिग को प्रमोट करने के लिए अच्छा काम हुआ लेकिन अभी इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार जैसे प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चला रही है, वैसा ही साइकिलिग के लिए होना चाहिए, इससे साइकिलिग प्रमोट होगी। दैनिक जागरण का अभियान सराहनीय है। इसी तरह के अभियानों की कैलेंडरिग होनी चाहिए, यह सिलसिला रुकना नहीं चाहिए। हर रविवार को शहर में इस तरह के आयोजन होंगे तो यकीनन साइकिलिग प्रमोट होगी।
-आरिफ गुलजार, एयरफोर्स अधिकारी