बदलते लाइफ स्टाइल का असर, उत्तर भारत में दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में सबसे अधिक कैंसर का खतरा
बदलता और बिगड़ता लाइफ स्टाइल सिटी ब्यूटीफुल के लाेगों पर काफी भारी पड़ रहा है। चंडीगढ़ पीजीआइ के अध्ययन में खुलासा हुआ है कि शहर में कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है। उत्तर भारत में दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में कैंसर का सबसे अधिक खतरा है।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। बदलती और खराब जीवनशैली (Life Style) की वजह से चंडीगढ़ के लोग बड़ खतरे में हैं। सिटी ब्यूटीफुल में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। उत्तर भारत में दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा कैंसर का खतरा दर्ज किया गया है। पीजीआइ चंडीगढ़ और टाटा मेमोरियल सेंटर की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। दिल्ली में एक लाख लोगों की आबादी पर 149 पुरुषों को कैंसर है। दिल्ली के बाद उत्तर भारत में चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीज हैं।
दिल्ली में एक लाख की आबादी पर 149 पुरुषों को है कैंसर, जबकि चंडीगढ़ में 96 पुरुषों को
चंडीगढ़ में एक लाख लोगों की आबादी पर 96 कैंसर के मरीज दर्ज किए गए। इसी तरह दिल्ली में एक लाख की आबादी पर 144 महिलाएं कैंसर की मरीज पाई गईं। जबकि चंडीगढ़ में एक लाख पर 102 महिलाएं कैंसर की मरीज हैं। उत्तर भारत में दिल्ली के बाद ब्रेस्ट कैंसर के सर्वाधिक मामले चंडीगढ़ में दर्ज किए गए हैं।
चंडीगढ़ में एक लाख की आबादी पर 102 महिलाएं हैं कैंसर की मरीज, जबकि दिल्ली में 144
दिल्ली में एक लाख की आबादी पर 41 महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर हैं। चंडीगढ़ में 33 महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की मरीज हैं। दिल्ली और चंडीगढ़ में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के जो आंकड़े दर्ज किए गए हैं, वे राष्ट्रीय औसत से अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में एक लाख की आबादी पर 24 महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर है। पूरे देश में राज्य मेघालय में महिलाओं में सबसे कम ब्रेस्ट कैंसर का खतरा देखा गया है। मेघालय में एक लाख की आबादी पर सिर्फ छह महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर है।
शहर में बढ़ रहा प्रोस्टेट कैंसर का खतरा
पूरे देश में प्रोस्टेट कैंसर का सर्वाधिक खतरा दिल्ली और चंडीगढ़ में दर्ज किया गया है। दिल्ली में एक लाख पर 12 लोगों में पाया गया प्रोस्टेट कैंसर का खतरा। जबकि चंडीगढ़ में एक लाख पर 10 लोगों में प्रोस्टेट कैंसर दर्ज किया गया। शोध के मुताबिक महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के अलावा पित्ताशय कैंसर का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। चंडीगढ़ में एक लाख की आबादी पर 5.7 फीसद महिलाओं में, मोहाली एसएएस नगर में 4.8, संगरूर और मानसा में 3.2 फीसद महिलाओं में पित्ताशय कैंसर की मरीज पाई गई हैं।
चंडीगढ़ में इस वजह से लोगों में बढ़ रहा कैंसर का खतरा
पुरुषों में कैंसर होने का कारण-
-धूमपान, शराब व अन्य नशीले पदार्थ का सेवन करना।
-पौष्टिक आहार का सेवन न करना।
-जंक फूड और चिकने खाद्य पदार्थ का सेवन करना।
महिलाओं में कैंसर होने का कारण
-धूमपान, शराब व अन्य नशीले पदार्थ का सेवन करना।
-स्तनपान न कराने की वजह से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा।
-पौष्टिक आहार का सेवन न करना।
-असुरक्षित यौन संबंध।
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'' चंडीगढ़ में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं मे सर्वाधिक कैंसर की बीमारी दर्ज की गई। उत्तर भारत में दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में एक लाख की आबादी पर कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज दर्ज किए गए हैं। कैंसर के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए पीजीआइ चंडीगढ़ और मुुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर ने चिंता जाहिर की। ऐसे में पीजीआइ की ओर से यह प्लानिंग की गई है कि कैंसर के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए लोगों के बीच पहुंचकर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।
- प्रो. जेएस ठाकुर, कम्युनिटी मेडिसन विभाग, पीजीआइ चंडीगढ़।
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