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इमीग्रेशन कंपनी के प्रबंधकों ने विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों ठगे

खरड़ में करियर सॉल्युशन इमीग्रेशन कंपनी द्वारा विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठगने का मामला सामने आया है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 29 Apr 2019 03:36 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2019 03:36 PM (IST)
इमीग्रेशन कंपनी के प्रबंधकों ने विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों ठगे
इमीग्रेशन कंपनी के प्रबंधकों ने विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों ठगे

जागरण संवाददाता, मोहाली। खरड़ में करियर सॉल्युशन इमीग्रेशन कंपनी द्वारा विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ितों का कहना है कि उक्त कंपनी के प्रबंधक राकेश बजाज व उसकी पत्नी नवजोत कौर पहले जीरकपुर में दफ्तर चला रहे थे। जीरकपुर में लोगों से ठगी करने के बाद उन्होंने अपना दफ्तर बंदकर दिया और अब खरड़ स्थित स्वराज नगर में ठगी का कारोबार चला रहे हैं। पुलिस को पता बताने के बावजूद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। पंजाब के अलग-अलग जिलों से आए करीब 100 लोगों ने अब शिवसेना युवा पंजाब प्रधान अमित शर्मा से गुहार लगाई है। अमित शर्मा ने करियर सॉल्युशन इमीग्रेशन कंपनी के प्रबंधकों को चेतावनी दी है कि अगर पीड़ित लोगों के रुपये वापस नहीं किए तो वह पीड़ितों को लेकर उनके खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे।

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अमित शर्मा ने बताया कि अब तक करीब 100 लोग उनके पास आ चुके हैं जोकि करियर सॉल्युशन इमीग्रेशन कंपनी के पीड़ित हैं। अवतार सिंह निवासी तरनतारन, लुधियाना निवासी गोङ्क्षबद पाल सिंह, चमकौर साहिब निवासी सतनाम बाली, कर्णजोत सिंह, इकबाल, सोहन व अन्य लोगों ने बताया कि यह कंपनी राकेश बजाज व उसकी पत्नी नवजोत कौर चला रही थी। जिन्होंने एक अखबार में अपनी कंपनी का इश्तेहार दिया था। जब उन्होंने कंपनी से संपर्क किया तो उन्हें नवजोत कौर मिली जिन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से ३४ हजार रुपए लिए और झूठा मेडिकल कोठी में करवा दिया। पीड़ितों ने बताया कि नवजोत कौर एक सरकारी मुलाजिम है उसके बावजूद वह इमीग्रेशन कंपनी चला रही थी। पीड़ितों ने कहा कि उनसे लिए जाने वाली रकम नवजोत कौर खुद लेती थी, जिसकी उन्होंने वीडियो तक बनाई हुई है।

उनके दफ्तर में रेड की गई थी, दफ्तर बंद है। अगर पीड़ितों के पास उनका एड्रेस है तो मुझसे आकर मिलें। मैं कार्रवाई करता हूं।

भगवंत रियाड़, एसएचओ खरड़।

करियर सॉल्युशन हम नहीं चला रहे बल्कि मेरे पति राकेश बजाज वहां काम करते थे। मैं पुलिस को भी अपनी स्टेटमेंट दे चुकी हूं कि मैं सरकारी मुलाजिम हूं और मैं इमीग्रेशन कंपनी कैसे चला सकती हूं। मेरे पर लगाए गए आरोप झूठे हैं।

नवजोत कौर, पीड़ितों द्वारा बताई गई कंपनी की प्रबंधक।


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