आकांक्ष सेन मर्डर केस में बचाव पक्ष की दलील, गाड़ी ऊपर से गुजरती तो हड्डियां हो जाती फ्रेक्चर
बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि कार की ऊंचाई करीब 29 इंच है और आकांक्ष की लंबाई के हिसाब से कार उसके जांघों के पास टकरानी चाहिए थी।
By Edited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 12:36 AM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 12:54 PM (IST)
चंडीगढ़, जेएनएन। आकांक्ष सेन मर्डर मामले में शुक्रवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान बचाव पक्ष ने कहा कि हरमेहताब को फंसाया जा रहा है। दलील दी कि अपने पहले दिए बयानों में गवाह कर्ण योग ने बताया था कि वारदात के समय बीएमडब्ल्यू कार ने आकांक्ष के पेट में टक्कर मारी थी और ऊपर से करीब 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से गुजरी थी। बचाव पक्ष के वकील एनपीएस वड़ैच ने कहा कि कार की ऊंचाई करीब 29 इंच है और आकांक्ष की लंबाई के हिसाब से कार उसके जांघों के पास टकरानी चाहिए थी और अगर इतनी भारी गाड़ी ऊपर से गुजरती है तो जांघों की हड्डियां फ्रेक्चर हो जाती। मामले की अगली सुनवाई अब 10 सितंबर को होगी।
अगली सुनवाई पर पूछेंगे ये सवाल
वडै़च ने बताया कि वे अगली सुनवाई पर यह दलील देंगे कि वारदात के समय आकांक्ष ने जो शर्ट पहनी हुई थी, वह कहां पर है। वह आज तक पुलिस को नहीं मिली। इसके साथ ही अगर कार आकांक्ष के पेट से टकराई थी तो कार के टायर के निशान और रबर के कण क्यों नहीं मिले। बलराज को काबू नहीं कर पाई है पुलिस दर्ज मामले के मुताबिक 9 फरवरी, 2017 की रात को सेक्टर-9 में रहने वाले आकांक्ष के दोस्त दीप सिद्धू ने पार्टी रखी थी।
आरोप है कि पार्टी में झगड़े के बाद पार्टी में आए हरमेहताब और बलराज ने आकांक्ष पर गाड़ी चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी। हरमेहताब ने ही बलराज को आकांक्ष पर गाड़ी चढ़ाने के लिए उकसाया था। पुलिस ने इस मामले में हरमेहताब को तो 16 फरवरी 2017 को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन दूसरी ओर आरोपित बलराज को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है और कोर्ट उसे 5 अप्रैल 2017 को ही भगोड़ा घोषित कर चुकी है।
अगली सुनवाई पर पूछेंगे ये सवाल
वडै़च ने बताया कि वे अगली सुनवाई पर यह दलील देंगे कि वारदात के समय आकांक्ष ने जो शर्ट पहनी हुई थी, वह कहां पर है। वह आज तक पुलिस को नहीं मिली। इसके साथ ही अगर कार आकांक्ष के पेट से टकराई थी तो कार के टायर के निशान और रबर के कण क्यों नहीं मिले। बलराज को काबू नहीं कर पाई है पुलिस दर्ज मामले के मुताबिक 9 फरवरी, 2017 की रात को सेक्टर-9 में रहने वाले आकांक्ष के दोस्त दीप सिद्धू ने पार्टी रखी थी।
आरोप है कि पार्टी में झगड़े के बाद पार्टी में आए हरमेहताब और बलराज ने आकांक्ष पर गाड़ी चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी। हरमेहताब ने ही बलराज को आकांक्ष पर गाड़ी चढ़ाने के लिए उकसाया था। पुलिस ने इस मामले में हरमेहताब को तो 16 फरवरी 2017 को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन दूसरी ओर आरोपित बलराज को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है और कोर्ट उसे 5 अप्रैल 2017 को ही भगोड़ा घोषित कर चुकी है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें