MBA करने बाद बड़ी नौकरी न मिली तो बना कांस्टेबल, पंजाब सीएम के नाम पर करने लगा ठगी
पंजाब मेें एमबीए पास एक युवक को अच्दे पैकेज की नौकरी नहीं मिली। इसके बाद वह पंजाब पुलिस मेे कांस्टेबल के रूप में भर्ती हो गया। पुलिस में भर्ती होने केबाद उसने खुद को पंजाब के सीएम का पीए बताकर ठगी करनी शुरू कर दी।
पटियाला/चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब में एक युवक को एमबीए करने के बाद लाखों रुपये पैकेज की नौकरी नहीं मिली। इसके बाद वह पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हाे गया। इसके बाद मनजिंदर सिंह नामक इस युवक ने लोगों के साथ ठगी करनी शुरू कर दी। 2006 में सिपाही भर्ती हुआ मनजिंदर शुरू से आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा लेकिन छोटी-मोटी वारदातों से पैसा नहीं मिला। इसके बाद पिछले कुछ समय से खुद को पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का पीए बताकर अधिकारियों को फोन कर काम निकलवाने लगा और लोगों से ठगी करने लगी।
माइनिंग विभाग के डायरेक्टर को फोन कर माइनिंग के एक मामले में राहत देने की बात कही
इस फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश तब हुआ जब उसने माइनिंग विभाग के निदेशक सह सचिा (व्यय) विजय एन जादे को फोन कर दिया। फोन पद उसने खुद को मुख्यमंत्री का पीए कुलदीप सिंह बताया और माइनिंग के एक केस में राहत देने की बात की। शक होने पर डायरेक्टर ने मुख्यमंत्री आवास पर संपर्क किया तो पता चला कि कुलदीप सिंह नाम का कोई पीए है ही नहीं। इसके बाद पटियाला के सीआईए स्टाफ ने थाना त्रिपड़ी में केस दर्ज करके जाल बिछाकर आरोपित मनजिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे दो दिन काे रिमांड पर लिया गया है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मनजिंदर सिंह को बर्खास्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैैं।
तकनीक के इस्तेमाल से किया फर्जीवाड़ा
मनजिंदर सिंह पटियाला के 21 नंबर पुल के नजदीक बने पहली आइआरबी बटालियन के ऑफिस में संतरी था। उसने मोबाइल एप ट्रू-कॉलर में खुद की पहचान सीएम ऑफिस चंडीगढ़, एसएसपी चंडीगढ़, डीसी मुक्तसर सहित अन्य अधिकारियों के नाम से फीड कर दी। अलग-अलग अधिकारियों को फोन करने के लिए कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल किया।
गिरफ्तारी के बाद उसने अभी पैसे लेने की बात नहीं कबूली, लेकिन एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि धोखाधड़ी के मामलों की जांच कर रही है। पुलिस ने मनजिंदर से 12 सिम कार्ड, आठ मोबाइल फोन, फ्लैग राड व वीआइपी स्टिकर लगी इनोवा कार सहित दो आधार कार्ड, वोटर कार्ड व कुछ मार्कशीट बरामद की हैैं।
इन अफसरों को फोन कर झाड़ा रौब
पु्लिस के अनुसार मनजिंदर ने डीएसपी मालेरकोटला सुमित सूद, माइनिंग अफसर (रोपड़) मंजीत कौर ढिल्लों, पीआरटीसी (फरीदकोट डिपो) के सुपरिंटेंडेंट सीता राम, नंदपुर केशों सरहिंद-पटियाला रोड पर नाका इंचार्ज को वह फोन कर चुका है। एसएसपी दुग्गल ने बताया कि इन अधिकारियों से रौब झाड़कर करवाए गए कामों का ब्यौरा जुटाने के लिए मनजिंदर से पूछताछ जारी है। मनजिंदर पटियाला के भादसों रोड पर सराभा नगर इलाके में रहता है, जहां पंजाब पुलिस के आईजी, डीआईजी, एसपी व एसएसपी स्तर के अधिकारियों की रिहायश है। लोगों पर रौब झाडऩे के लिए वह अक्सर उन्हें मुलाकात के लिए अपने घर पर बुलाता था।
तीन मामलों में हो चुका है बरी
2012 में त्रिपड़ी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी, 2014 में सिविल लाइन थाना पुलिस ने चोरी और 2009 में थाना त्रिपड़ी पुलिस ने मारपीट के मामले में उसे नामजद किया था। तीनों बार सुबूतों के अभाव में वह बरी हो गया।