कानून के बाहर नहीं करूंगा काम : कमिश्नर
हिमाचल भवन के पास बैठे थे उन्हें वहां पर ही काम करने की मंजूरी दी जाए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भाजपा पार्षद चाहते हैं कि जो कुम्हार कई सालों से हिमाचल भवन के पास बैठे थे, उन्हें वहां पर ही काम करने की मंजूरी दी जाए। लेकिन कमिश्नर केके यादव ने इसके लिए साफ इन्कार कर दिया। सोमवार को कुम्हारों की यह मांग लेकर भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा पार्षद कमिश्नर केके यादव को मिलने के लिए गए लेकिन कमिश्नर ने साफ इन्कार करते हुए कहा कि वह कानून के तहत ही काम करेंगे और नियमों से बाहर जाते हुए एक कदम भी काम नहीं करेंगे। जो काम कानून के तहत होने वाला है, उससे एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे। कमिश्नर ने कहा कि जहां पर गणेश मार्केट के पास इस समय कुम्हार बैठे हैं, वही पर वह बैठेंगे और अगर वह दिवाली तक अपनी पुरानी जगह पर बैठना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें शुल्क अदा करना होगा। लोगों की सुविधा के लिए कुम्हारों की पुरानी जगह पर सूचना बोर्ड लगा दिया जाएगा, जिसमें बताया जाएगा कि कुम्हार मार्केट आगे गणेश मार्केट के पास चली गई है। उन्हें इस बैठक में कमिश्नर ने हाल ही भाजपा की ओर से जारी प्रेस नोट पर भी नाराजगी जाहिर की। प्रेस नोट पर कमिश्नर को भाजपा नेताओं ने सदन में चुनाव लड़कर आने की भी सलाह दी थी। मालूम हो कि 30 सितंबर को भाजपा पार्षदों द्वारा सदन की बैठक का बहिष्कार करने पर भाजपा ने प्रेस नोट जारी कर इसका ठीकरा कमिश्नर और अधिकारियों पर फोड़ा था। पूर्व मेयर आशा जसवाल और भाजपा पार्षद सुनीता धवन ने कमिश्नर को कहा कि कुम्हारों को राहत दी जाए, क्योंकि वह गरीब हैं और दिवाली पर लोगों को दीये भी लेने होते हैं। लेकिन कमिश्नर ने कहा कि इस तरह से शहर के अन्य दस हजार वेंडर्स भी हैं। वह किस किस को राहत दे सकते हैं। कुम्हारों और दूसरे वेंडर्स में क्या फर्क है। भाजपा की ओर से कमिश्नर और अधिकारियों के खिलाफ जारी प्रेस नोट पर कमिश्नर केके यादव ने कहा कि वह तो इस माह होने वाली सदन की बैठक में हाथ जोड़कर का धन्यवाद भी करेंगे कि उन्हें इतना सम्मान दिया गया है। 16 साल की नौकरी में उनके साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। कमिश्नर से मिलने गए पार्षदों में पूर्व मेयर आशा जसवाल, सुनीता धवन, सचिन लोहटिया, चंद्रवती शुक्ला भी शामिल थे। जबकि सुबह सेक्टर-24 में कुम्हारों के समर्थन में भाजपा पार्षदों के साथ डिप्टी मेयर जगतार जग्गा भी पहुंचे।