Chandigarh News: 'मैं जसइंदर को नहीं जानता, हो सकता है मिलने आया हो...' CM मान के आरोपों पर चन्नी का जवाब
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि जिस जसइंदर की बात मान कर रहे हैं वह उसे नहीं जानते। उन्होंने कहा कैप्टन और मैंने नौकरी देने से मना कर दिया तो भगवंत मान मनगढ़ंत आरोप लगाकर मुझे बदनाम करने के लिए आ गए।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री भगवंत मान के आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि जिस जसइंदर की बात मान कर रहे हैं वह उसे नहीं जानते। चन्नी ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री उनके पास बहुत से लोग नौकरी मांगने के लिए आते थे, मिलते थे, फोटो खिंचवाते थे। इसी क्रम में यह क्रिकेटर भी आया होगा।
मान के आरोपों के बाद कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति पहले नौकरी मांगने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास गया, फिर मेरे पास आया क्या यह संभव है कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास नहीं गया होगा। कैप्टन और मैंने नौकरी देने से मना कर दिया तो भगवंत मान मनगढ़ंत आरोप लगाकर मुझे बदनाम करने के लिए आ गए। चन्नी के प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनके भतीजे जश्न भी उनके साथ मौजूद थे। जश्न ने भी कहा कि वह जसइंदर को नहीं जानते और न ही उन्होंने कोई रकम उससे मांगी। आरोप बेबुनियाद है।
कटारूचक्क और सरारी पर जवाब दें भगवंत मान:बाजवा
मुख्यमंत्री के आरोपों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के समर्थन में उतरे विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि जसइंदर को झांसा देकर सरकारी गवाह बनाया गया है। उन्होंने कहा, चन्नी को किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं हैं।
मुख्यमंत्री पहले लाल चंद कटारूचक्क और फौजा सिंह सरारी पर बयान दें। कटारूचक्क का संज्ञान तो राष्ट्रीय एससी कमीशन ने भी लिया है, सरारी के भ्रष्टाचार का आडियो वायरल हुआ था। जिस मामले में न तो कोई भ्रष्टाचार हुआ और न ही नौकरी दी गई उस पर मुख्यमंत्री जवाब मांग रहे हैं, लेकिन कटारूचक और सरारी को लेकर खुद कुछ नहीं बोल रहे। बाजवा ने कहा कि जिस बलकार सिंह ने अपने बेटे को सब इंस्पेक्टर लगाने के लिए फर्जी विकलांगता सर्टिफिकेट दिया उसे मंत्री बनाया गया। मुख्यमंत्री को इस मामले में बयान देना चाहिए।
विपक्ष के नेता ने कहा, कटारूचक जिसके वीडियो भी प्रमाणित हो चुकी हैं उस पर मंत्री ने उस पर विशेष जांच टीम (एसआइटी) बनाई। एसआइटी जांच के लिए नहीं, बल्कि ‘सिट’ (बैठ) जाने के लिए बनाई गई है। मुख्यमंत्री चन्नी से जवाब मांग रहे हैं, वह खुद इन मुद्दों पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं। दिल्ली में लाए गए अध्यादेश को लेकर उठे सवाल के जवाब में बाजवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के दर्शन भी महंगे हैं, आप को कोई समर्थन नहीं दिया जाएगा। हाईकमान भी हमारे मुताबिक चलेगा, क्योंकि पंजाब में आप ने सारी मर्यादाएं तोड़ दी हैं।
कैबिनेट भी डी ग्रेड खिलाड़ी को नौकरी नहीं दे सकती: परगट
पूर्व ओलंपियन व कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि खेल कोटे से केवल ओलंपियन, एशियन व कामनवेल्थ में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ही नौकरी दी जा सकती है। क्रिकेट में अगर किसी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया हो तो भी उसे नौकरी दी जा सकती है। जैसे हरभजन सिंह ने विश्व कप में हैट्रिक ली थी और हरमनप्रीत कौर ने दोहरा शतक लगाया था। पूर्व खेल निदेशक परगट सिंह ने कहा, डी ग्रेड के हजारों खिलाड़ी पंजाब में हैं। अगर एक को नौकरी दी गई तो फिर डी ग्रेड खिलाड़ियों की फौज खड़ी हो जाएगी। उन्होंने दावा किया कि कैबिनेट भी डी ग्रेड खिलाड़ी को नौकरी नहीं दे सकती हैं।