मंदिर-गुरुद्वारा खोलने की जल्दबाजी से हो सकता है नुकसान
ोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन-5 शुरू हो चुका है। ऐसे में राज्य सरकार ने लोगों को और छूट देते हुए कर्फ्यू का समय रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर दिया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली: कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन-5 शुरू हो चुका है। ऐसे में राज्य सरकार ने लोगों को और छूट देते हुए कर्फ्यू का समय रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर दिया है। इसी दौरान आठ जून से सभी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों के साथ रेस्टोरेंट व शॉपिग मॉल खोलने की भी तैयारी है। ऐसे में सरकार का यह फैसला कहां तक सही है इसके लिए लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। मोहाली में फिर आए कोरोना केस
बेशक सरकार ने मंदिर-गुरुद्वारों को खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन ऐसे में प्रशासन की जल्दबाजी से नुकसान भी हो सकता है। क्योंकि एक बार कोरोना मुक्त होने के बाद मोहाली जिले में दोबारा से पॉजिटिव केस सामने आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में प्रशासन को मंदिर-गुरुद्वारों में आने वाली संगत के लिए पुख्ता इंतजाम करने होंगे।
मंदीप सिंह, खरड़ अभी मंदिर गुरुद्वारों को खोलना सही समय नहीं
प्रशासन को अभी इसके लिए थोड़ा और इंतजार करना चाहिए था, क्योंकि ऐसे हालातों में मंदिर-गुरुद्वारे खोलने से लोगों की भीड़ उमड़ सकती है। प्रशासन को यहां पर भी डिपार्टमेंटल स्टोर की तरह मंदिर-गुरुद्वारों में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग कायम करना चाहिए और दुकानों की तरह मंदिर में गोले लगाने चाहिए ताकि दूरी बनी रहे। वहीं, मंदिर में आने का समय भी निर्धारित करना चाहिए।
राजवीर वर्मा, इंटाग्रिटी इमीग्रेशन ग्रुप जीरकपुर शॉपिग मॉल खोलना ठीक फैसला
लॉकडाउन पांचवीं स्टेज पर पहुंच गया है, ऐसे में अब शॉपिग मॉल खोलना का फैसला ठीक होगा। क्योंकि कई बिजनेसमैन लोगों को अपनी दुकानों का किराया- बैंक किस्तें भरनी पड़ रही है। ऐसे में उनका आर्थिक बोझ बढ़ रहा जबकि कमाई का साधन बंद हैं। अगर प्रशासन शॉपिग मॉल खोलने की इजाजत दे रहा है तो दुकानदारों भी इस बात का ध्यान रखें कि कोरोना महामारी के दौरान जो हिदायतें प्रशासन ने जारी की हैं उनका पूरी तरह से पालन हो।
तनीशा सिंह, एजुकेशन कंसलटेंट
श्रद्धालुओं के लिए यह समय सीमा की जाएगी तैयार
पहले पड़ाव में सुबह व शाम को तीन-तीन घंटों के लिए मंदिर को खोला जाएगा। मंदिर में सेनिटाइजर व बिना मास्क के श्रद्धालु को मंदिर में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। -पूजा अर्चना के समय प्रसाद की अभी अनुमति नहीं दी जाएगी मिठाईयों को छोड़कर केवल फलों का प्रसाद ही कम मात्रा में ग्रहण किया जाएगा।
-मंदिर के पंडितों को आरती का समय जल्द करने व उन्हें मंदिर परिसर में किसी तरह की भीड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
-मंदिर का मुख्य गेट बंद रखा जाएगा। कुछ लोगों की एंट्री होने पर उनके माथा टेककर बाहर आने पर ही दूसरे लोगों को अंदर भेजा जाएगा। वीएन शर्मा, प्रधान स्नातन धर्म मंदिर जीरकपुर