सेक्टर-23-24 के रिहायशी इलाके में पेड़ों पर सैकड़ों चमगादड़, लोगों को सता रहा कोरोना का डर
सेक्टर- 23 के रिहायशी क्षेत्र में मरा हुआ चमगादड़ पिछले 15 दिन से बिजली की तारों पर लटका हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इस बाबत बिजली विभाग सफाई विभाग स्वास्थ्य विभाग पुलिस व फायर ब्रिगेड से लेकर नगर निगम और प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत भेजी लेकिन कोई भी इसे हटाने को तैयार नहीं है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी के चलते लोगों को चमगादड़ों का डर सताने लगा है। दरअसल सेक्टर 23-24-36-37 के चौक के आसपास पेड़ों पर सैकड़ों चमगादड़ लटके रहते हैं। इतना ही नहीं सेक्टर- 23 के रिहायशी क्षेत्र में मरा हुआ चमगादड़ पिछले 15 दिन से बिजली की तारों पर लटका हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इस बाबत बिजली विभाग, सफाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व फायर ब्रिगेड से लेकर नगर निगम और प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत भेजी, लेकिन कोई भी इसे हटाने को तैयार नहीं है। स्थानीय निवासी विक्रम व इंद्रजीत ने बताया कि अब तो इस मृत चमगादड़ के शरीर में से मवाद सा भी गिरने लगा है, जिससे बीमारी फैलने का भय बढ़ गया है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
चमगादड़ों से फैली वैश्विक कोरोना महामारी
दो बार के पूर्व महापौर व स्थानीय पार्षद रहे सुभाष चावला ने कोई सुनवाई न होने पर अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट की माने तो जानलेवा वैश्विक कोरोना महामारी चमगादड़ों से ही फैली है। इस पर भी अफसरों की लापरवाही बेहद निंदनीय व शर्मनाक है। उन्होंने तत्काल इसे हटाने की माग करते हुए कहा कि इसे जल्द न हटाया गया तो उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। सरकारी नर्सरी में हजारों चमगादड़ों का डेरा
सुभाष चावला ने कहा कि इसी सेक्टर में स्थित सरकारी नर्सरी में हजारों चमगादड़ों का डेरा है, जिससे स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना रहता है। उन्होंने खुद भी अधिकारियों से इन पक्षियों से स्थानीय निवासियों को निजात दिलाने की गुहार लगाई थी लेकिन उन्हें जवाब मिला कि उन पर पशु-पक्षियों के विरुद्ध क्रूरता कानून के तहत कार्रवाई हो जाएगी। चावला ने कहा कि यदि इन्हें नहीं हटाया जा सकता तो प्रशासन इस नर्सरी का नाम पीकॉक गार्डन ( सेक्टर- 39 ) व बटरफ्लाई गार्डन ( सेक्टर- 26 ) की तरह बैट (चमगादड़) गार्डन ही रख दे।