आरएलए ने सीटीयू के पाले में डाली गेंद
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के करीब 50 हजार लोगों के नए वाहनों के लिए आवश्यक हाइ
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के करीब 50 हजार लोगों के नए वाहनों के लिए आवश्यक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एसएचआरपी) की टेंडर प्रक्रिया सहित अन्य कार्य पूरे करने का जिम्मा सीटीयू विभाग के पास चला गया है। क्योंकि रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) प्रबंधन इस प्रक्रिया को पूरा करने में असफल रहा है। टेंडर प्रक्रिया भी पूरा नहीं कर पाने पर अब इस काम को सीटीयू विभाग के निदेशक अमित तलवार पूरा करेंगे। ताकि शहर के हजारों लोगों के नए वाहनों पर एचएसआरपी प्लेट लग सके। गौरतलब है कि बीते करीब 6 महीने से नए वाहन के मालिकों को एचएसआरपी प्रक्रिया शुरू होने की दरकार है। शहर के तीनों फेज इंडस्ट्रियल एरिया, सेक्टर-42 और सेक्टर-17 में पिछला टेंडर खत्म होने के बाद से प्रक्रिया लटकी पड़ी है। लेकिन न तो संबंधित विभाग के अधिकारी ही कुछ कर पा रहे हैं और न ही यूटी प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। यही कारण है कि एचएसआरपी प्लेट लगना तो दूर वाहनों पर टेंपरेरी नंबर के बाद स्थायी नंबर मिलने में भी समय लग रहा है। इस कारण लोगों की मांग है कि यूटी प्रशासन इस समस्या से उन्हें जल्द से जल्द राहत दे। हालांकि बीते समय आरएलए ने एचएसआरपी प्लेट की टेंडर प्रक्रिया के लिए एक कंपनी को शॉर्टलिस्ट भी किया था, लेकिन उस समय भी रेट को लेकर मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। बहरहाल, इस मामले पर अब तक की गई कार्रवाई पर गौर करें तो कहा जा सकता है कि एचएसआरपी प्रक्रिया शुरू होने में अभी कुछ और समय लग सकता है।
-वाहनों पर एचएसआरपी प्लेट का मामला अब सीटीयू विभाग के पास है, वही कुछ बता सकेंगे।
-राकेश कुमार पोपली, आरएलओ-17