अब कनाडा की माग पर मोहाली में तैयार होंगे एचआर प्रोफेशनल
पंजाब से हर साल विदेशों में जाने वाले नौजवानों को कौशल विकास के अभाव में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कई बार तो उन्हे विदेशों से वापस भी भेज दिया जाता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब से हर साल विदेशों में जाने वाले नौजवानों को कौशल विकास के अभाव में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कई बार तो उन्हे विदेशों से वापस भी भेज दिया जाता है। ऐसे में कनाडियन कंपनियों ने अब अपनी माग के अनुरूप नौजवानों को पंजाब में प्रशिक्षण प्रदान करना शुरू कर दिया है। इस उद्देश्य के साथ एचआर एसोसिएशन कनाडा के अध्यक्ष बीएस गिल व चार्टर्ड प्रोफेशनल इन ह्यूमन रिसोर्स की ट्रेनर स्टेफनी मिलीकेर के नेतृत्व में एचआर विशेषज्ञों का एक शिष्टमंडल पंजाब के दौरे पर है। मोहाली स्थित बालाजी मैनेजमेंट में रविवार से शुरू हुए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के युवाओं की पहली पसंद कनाडा व इसके पड़ोसी देश है। वर्तमान में कनाडा के कई राज्य मिनी पंजाब का रूप धारण कर चुके है। बीएस गिल ने कहा कि मानव संसाधन के क्षेत्र में जहा नौकरियों की भरमार है, वहीं भारत में रहकर कनाडा की माग के अनुसार प्रशिक्षण हासिल करने वाले मानव संसाधन की विदेशों में बेहद माग है। वर्तमान में कनाडा में एक लाख 30 हजार मानव संसाधन (एचआर प्रोफेशनल) काम कर रहे है। चालू वर्ष के दौरान कनाडा में एचआर क्षेत्र में करीब चार हजार नए एचआर की जरूरत है। युवा वर्ग को इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का परामर्श देते हुए उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्रों के मुकाबले यहा औसतन वेतन 63,400 डॉलर मासिक है। बहुराष्ट्रीय कंपनिया अंतरराष्ट्रीय प्रमाणिकता के साथ भारतीयों पर भरोसा करती है।