बोर्ड परीक्षा में लिखकर कैसे पूरा होगा पेपर, स्टूडेंट्स को सता रही चिंता
सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के 26 अप्रैल से दसवीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा शुरू हो रही है। इस बार होने वाली परीक्षा में स्टूडेंट्स की सबसे बड़ी परेशानी है कि लिखकर पेपर को कैसे पूरा करना है।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के 26 अप्रैल से दसवीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा शुरू हो रही है। इस बार होने वाली परीक्षा में स्टूडेंट्स की सबसे बड़ी परेशानी है कि लिखकर पेपर को कैसे पूरा करना है। इसी प्रकार की काल आ रही हैं चाइल्ड काउंसलर और शिक्षा विशेषज्ञों के पास। कोरोना महामारी के बाद बोर्ड परीक्षा आफलाइन सब्जेक्टिव हो रही है, जिसमें परीक्षा का पैटर्न भी बदला हुआ है। शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से 40 हजार के करीब स्टूडेंट्स बोर्ड क्लास परीक्षाओं में शामिल होंगे।
दो टर्म में हो रही परीक्षा, पहले टर्म सब्जेक्टिव के बजाय थी आब्जेक्टिव
कोरोना महामारी के चलते बोर्ड परीक्षा दो टर्म में आयोजित कराई जा रही है। पहली टर्म में 50 फीसद सिलेबस में से आब्जेक्टिव सवाल पूछे गए थे जो कि नंबवर-दिसंबर 2021 में हुए थे। दूसरे टर्म के एग्जाम आफलाइन अप्रैल के अंतिम सप्ताह में होंगे और परीक्षा सब्जेक्टिव होगी। स्टूडेंट्स को 40 नंबर का पेपर थ्यौरी पर आधारित आता है और दस नंबर प्रैक्टिकल के जुड़ते है।
पुराने हेल्पलाइन नंबर पर आ रही काल
सीबीएसई ने इस बार बोर्ड परीक्षा हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किए हैं, उसके बावजूद वर्ष 2020 तक जारी हेल्पलाइन नंबर पर काल आ रही है। बाल विशेषज्ञ डा. सुनीता कपूर के अनुसार स्टूडेंट्स को लिखकर पेपर पूरा करने के साथ दूसरी परेशानी एग्जाम सेंटर को लेकर भी आ रही है। स्टूडेंट्स अपने ही स्कूल में एग्जाम सेंटर लेना चाहता है। वहीं मैथ विषय विशेषज्ञ गुरप्रीत कौर ने बताया कि स्टूडेंट्स को इस बात का डर है कि उन्हें अब जल्दी लिखने या पेपर हल करने की आदत नहीं है। दूसरे टर्म का पेपर 40 नंबर और छोटा होगा लेकिन पेपर पूरा करने का समय भी दो घंटे का रहेगा। बाल और मैथ विशेषज्ञ के अनुसार स्टूडेंट्स का डर प्रैक्टिस से कम होगा। स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा लिखने का अभ्यास करना चाहिए।