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बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के फरमान से छूटे शिक्षकों के पसीने

जासं, चंडीगढ़ : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के ताजा निर्देश से सरकारी

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 08:00 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 08:00 PM (IST)
बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के फरमान से छूटे शिक्षकों के पसीने
बच्चों की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के फरमान से छूटे शिक्षकों के पसीने

जासं, चंडीगढ़ : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के ताजा निर्देश से सरकारी टीचर्स में असमंजस की स्थिति है। निर्देश के अनुसार टीचर्स को स्टूडेंट्स की मेडिकल रिपोर्ट का पूरा प्रोफोमा तैयार कर उसे बोर्ड के पास भेजना है। इसमें बच्चे के ब्लड ग्रुप से लेकर, उसकी आंख, दांतों की स्थिति, शरीर की लंबाई, भार, शरीर के अलग-अलग भागों की मोटाई और नाप तक भरने हैं। इसे लेकर परेशान शिक्षकों की दलील है कि स्कूलों में न तो कोई टेस्ट लैब है, न ही टीचर्स खुद इतने एक्सपर्ट हैं कि किसी डॉक्टर की तरह वह ऐसा काम कर सकें।

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नौवीं से बारहवीं के स्टूडेंट्स का करना है चेकअप

सीबीएसई के निर्देश के मुताबिक नौवीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स का डाटा प्रोफार्मा में भरना है। इसमें बच्चों की हर प्रकार की जानकारी उन्हें भरनी है। उसमें आधार कार्ड नंबर और बच्चे का बीपी और शुगर लेवल तक की रिपोर्ट शामिल है। प्राइवेट डॉक्टर से काम कराना मुश्किल

शिक्षकों का कहना है कि स्कूलों में स्टूडेंट्स का मेडिकल चेकअप होता है, से स्वास्थ्य विभाग कराता है। उसमें स्टूडेंट्स का ब्लड ग्रुप, आखें और दांतों को अनिवार्य रूप से चेक किया जाता है, लेकिन ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल और शरीर के विभिन्न अंगों की मोटाई को कभी भी डॉक्टर्स की तरफ से चेक नहीं किया गया है। ऐसे में टेस्ट का कार्य किसी प्राइवेट लैब में कराया जाए या फिर इसकी जिम्मेदारी किसी प्राइवेट डॉक्टर को सौंपी जाए।

शहर के 95 स्कूलों में होना है चेकअप

शहर में 40 सीनियर सेकेंडरी और 54 हाई स्कूल सहित कुल 94 स्कूल है, जिनमें स्टूडेंट्स का चेकअप होना है। इन स्कूलों में 30 हजार से भी ज्यादा स्टूडेंट्स का मेडिकल चेकअप होना है।

सीबीएसई का मेडिकल वाला कोई प्रोफामा अभी नहीं मिला है, लेकिन यदि कोई ऐसा प्रफोमा है, जिसे टीचर नहीं भर सकते हैं तो हम इसके लिए विभाग की तरफ से स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करेंगे।

- राजबाला, प्रिंसिपल गवर्नमेंट गर्ल मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-18 मेडिकल चेकअप रिपोर्ट टीचर्स नहीं तैयार कर सकते हैं। उसके लिए आगे भी मेडिकल टीम आती थी और इस बार भी उन्हें ही बुलाया जाएगा। यह काम टीचर्स अकेले नहीं कर सकते।

- वीना कपूर, प्रिंसिपल, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-26


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