ऐसी आनलाइन व्यवस्था किस काम की, जीरकपुर में पास नहीं हो रहे मकानों के नक्शे, 6 महीने से पोर्टल में अटकी फाइलें
जीरकपुर के लोग नगर काउंसिल की धीमी कार्यप्रणाली से परेशान हैं। लोगों ने यहां अपने सपनों के आशियाने बनाए हैं लेकिन उनमें रहने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। क्योंकि नगर काउंसिल में घरों के नक्शे पास नहीं हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जीरकपुर। जीरकपुर में प्रापर्टी खरीदने के बाद लोगों को मकान, दुकान और अन्य निर्माण के लिए नगर काउंसिल के नक्शे की कापी लगाकर आवेदन करने अनिवार्य कर दिया गया है, लेकिन फाइलों को पोर्टल में अधिकारियों की मंजूरी नहीं मिल रही। इसके लिए 6-6 महीने का समय लग रहा है। जबकि यह आवेदन लोगों ने आनलाइन पोर्टल के माध्यम से किए हैं। जबकि फाइलों को पास करने की समय सीमा 21 दिन होती है।
आलम यह है कि विभाग की ओर से मंजूरी न मिलने के कारण लोग परेशान हैं, जो बैंक से लिए लोन की किश्तों के साथ-साथ किराये के घर पर रहने को मजबूर हैं। लोगों को शहर में जमीन खरीदकर मकान बनाने के लिए नक्शा पास करवाने में कई-कई महीने धक्के खाने पड़ रहे हैं। लोगों को यह परेशानियां पहले विधानसभा चुनाव में लगाई अधिकारियों की ड्यूटियां और चुनाव के बाद नई सरकार की ओर से विभाग में होने वाले अधिकारियों के तबादलों के कारण झेलनी पड़ रही हैं।
अधिकारियों के तबादले के बाद रुका काम
जानकारी के मुताबिक आनलाइन पोर्टल पर आवेदन देने के बाद अधिकारियों के पास 21 दिन का समय होता है। इसमें विभाग में कार्यरत बिल्डिंग इंस्पेक्टर की ओर से आवेदनकर्ता की संबंधित प्रापर्टी की मौके पर जाकर जांच की जाती है, जिसके बाद अपनी मंजूरी प्रदान करके फाइल उच्चाधिकारियों को भेज दी जाती है। दूसरी ओर, विभाग की इस पूरी प्रक्रिया में 21 कामकाजी दिन का समय लगता है, लेकिन मार्च में हुए विधानसभा चुनाव और फिर नई सरकार के गठन के बाद विभागों में अधिकारियों के तबादले की वजह से लोगों की फाइलें 6 महीनों से पोर्टल में अटकी पड़ी हैं जिसे अधिकारियों की मंजूरी नहीं मिल रही।
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मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने 18 जुलाई को ज्वाइनिंग की है। जिन नक्शों की बात हो रही है वह निवेदन मेरी ज्वाइनिंग से पहले के हैं। मैं बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों के साथ बात करके नक्शों की फाइलों को जल्द मंजूरी देने के लिए कह देता हूं।
-रवनीत सिंह , ईओ नगर काउंसिल जीरकपुर