फेसबुक के जरिये हनीट्रैप का खेल, जाल में फंसा रही विदेशी महिलाएं
फेसबुक पर विदेशी महिलाओं का ऐसा गिरोह सक्रिय है जिनके शिकंजे में शहर के लोग भी फंस रहे हैं।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। फेसबुक पर विदेशी महिलाओं का ऐसा गिरोह सक्रिय है, जिनके शिकंजे में शहर के लोग भी फंस रहे हैं। पहले जाल में फंसाने के बाद उन्हें ठगी का शिकार बनाया जाता है। इस बीच यह महिलाएं भारत घूमने की इच्छा जाहिर कर यहां आकर मिलने तक का वादा करती हैं। खुद को सही साबित करने के लिए उनकी ओर से बाकायदा फ्लाइट की टिकट आपके वाट्सएप नंबर पर भेजी जाती है।
ऐसे होता है सारा खेल
यह विदेशी महिलाएं अपने शिकार को बताती हैं कि वे दिल्ली या मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी हैं। इसके बाद एक भारतीय नंबर से कॉल होती है और कॉल करने वाला खुद को इमीग्रेशन का अधिकारी बताता है। वह कहता है कि आपकी मित्र यहां पर मौजूद है और जब तक इनके पास येलो कार्ड नहीं होगा, उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। येलो कार्ड के एवज में 30 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक की राशि बतौर फीस बताई जाती है।
विदेशी महिला अपने शिकार को बताती है कि उसका मास्टरकार्ड इंडिया में आने के 48 घंटे बाद एक्टिवेट होगा। ऐसे में वे अपने शिकार से इस राशि का भुगतान करने को कहती हैं। विदेशी महिला अपने भारतीय मित्र को लालच देती है कि वह उसके लिए विदेश से बहुत सारी शॉपिंग करके आई है और जैसे ही उसका कार्ड एक्टिवेट होगा, वह अपने भारतीय मित्र को अदा की गई पूरी राशि वापस कर देगी। ज्यादातर लोग इस हनी ट्रैप में फंसकर इस राशि का भुगतान कर देते हैं और उसके बाद वह महिला उन्हें ब्लॉक कर देती है। तब जाकर उन्हें पता लगता है कि वह हनीट्रैप का शिकार हो गए हैं।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया की महिलाओं की फेक आइडी से आती हैं फ्रेंड रिक्वेस्ट
फेसबुक पर विदेशी महिलाएं जो हनी ट्रैप लगाती हैं वह मूल रूप से अपने आपको अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, लंदन, न्यूजीलैंड और दुबई की रहने वाली साबित करती हैं। फेसबुक पर यह विदेशी महिलाएं जो फेक अकाउंट बनाती हैं, उस पर भी वह अपने आप को मूल रूप से इन जगहों का निवासी बताती हैं। कई महिलाएं अपने आपको डॉक्टर, इंजीनियर, फार्मासिस्ट, फैशन डिजाइनर, बिजनेस वुमन, और एक बड़ी कंपनी में खुद को एक बड़ा अधिकारी बताती हैं।
वाट्सअप नंबर एक्सचेंज कर होती है बातचीत
यह विदेशी महिलाएं भारतीय नागरिकों को पहले फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती हैं। उसके बाद मैसेंजर पर अपना नाम पता और अपने बारे में बताती हैं और भारतीय नागरिकों को उनसे दोस्ती करने के लिए मैसेज करती हैं। जैसे ही इस हनी ट्रैप में कोई भारतीय नागरिक फंसता है, उसे यह विदेशी महिलाएं अपना वाट्सएप नंबर मैसेज करती हैं। इसके बाद सभी बातें वाट्सएप नंबर पर की जाती हैं।
विदेशी महिलाएं अपने आपको सही साबित करने के लिए भारतीय नागरिकों को अपने कुछ फोटो भेजती हैं। इसके साथ वह भारतीय नागरिकों के साथ नजदीकियां बढ़ जाती हैं और उन्हें अपने प्यार के जाल में फंस आती हैं। जैसे ही कोई भारतीय नागरिक इन विदेशी महिलाओं के हनी ट्रैप में फंसकर उनसे नजदीकियां बढ़ाता है। इसके बाद यह महिलाएं अपना पूरा खेल शुरू कर देती हैं।
अब तक 270 मामले दर्ज कर चुकी है चंडीगढ़ पुलिस
चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल के मुताबिक जनवरी 2018 से मार्च 2019 तक इस तरह के कुल 270 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें ज्यादातर फेसबुक पर ठगी के केस रजिस्टर्ड किए गए हैं। फेक आइडी बनाकर विदेशी महिलाओं लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर रही हैं। इसके अलावा अकाउंट है¨कग, फेक आइडी, हैरासमेंट और फेसबुक पर धोखाधड़ी के भी मामले रजिस्टर्ड किए गए हैं। हाल ही में विदेशी महिलाओं का एक ग्रुप फेसबुक पर सक्रिय हुआ है, जोकि भारतीय लोगों के साथ संपर्क कर, उन्हें अपने हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये की ठगी कर रही हैं।
साइबर वर्ल्ड में आज कल ठगी बढ़ गई हैं, लोग बिना एक-दूसरे को अच्छे से जाने सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल डिटेल्स एक-दूसरे से शेयर कर रहे हैं, जोकि गलत है। इस मामले में लोगों को समय रहते सावधानी बरतने की जरूरत है। - रश्मि यादव, डीएसपी, साइबर सेल।