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सुरक्षा लेने आए थे, कोर्ट ने सलाखों के पीछे प्रमी-प्रेमिका भेजा

-विवाहित पुरुष से विवाह रचाने के चक्कर में प्रेमिका भी हिरासत में -पहली पत्नी ने अदालत में आ

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:33 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:33 PM (IST)
सुरक्षा लेने आए थे, कोर्ट ने सलाखों के पीछे प्रमी-प्रेमिका भेजा
सुरक्षा लेने आए थे, कोर्ट ने सलाखों के पीछे प्रमी-प्रेमिका भेजा

-विवाहित पुरुष से विवाह रचाने के चक्कर में प्रेमिका भी हिरासत में

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-पहली पत्नी ने अदालत में आकर दी पहले विवाहित होने की जानकारी

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कमल जोशी, चंडीगढ़: विवाहित होने के बावजूद दूसरी शादी करके अदालत से सुरक्षा की मांग करना लुधियाना के मंदीप सिंह को महंगा पड़ा। अदालत से सुरक्षा मांगने के लिए झूठ का सहारा लेने के मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मंदीप सिंह और उसकी कथित पत्नी मनीषा को सीधे जेल भेज दिया।

इस मामले में अपने ही पड़ोस में रहने वाली मनीषा से दूसरा विवाह करके हाईकोर्ट में सुरक्षा हासिल करने की कोशिश करने वाले मंदीप की कलई तब खुल गई, जब उसकी पहली पत्नी ने अदालत में आकर उसके पहले से विवाहित होने की सूचना अदालत को दी।

इस मामले में मनीषा और मंदीप ने विवाह के बाद सुरक्षा की मांग करते हुए अपने शपथ पत्रों में कहा था कि ये उनका पहला विवाह है, लेकिन मंदीप की पत्नी की ओर से अदालत में ही उसकी पोल खोलने के चलते जस्टिस कुलदीप सिंह ने मंगलवार को दोपहर बाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार विजिलेंस को इस मामले में प्रारंभिक जांच करके अदालत को अपनी रिपोर्ट देने के आदेश दिए।

रजिस्ट्रार विजिलेंस की जांच में मंदीप और मनीषा का झूठ सामने आने पर जस्टिस कुलदीप सिंह ने दोनों को हिरासत में लिए जाने के आदेश जारी किए। साथ ही रजिस्ट्रार विजिलेंस को दोनों के खिलाफ चंडीगढ़ के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष आपराधिक शिकायत दर्ज करवाने के आदेश जारी कर दिए। आपराधिक विश्वासघात का मामला

रजिस्ट्रार विजिलेंस ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट में दोनों के खिलाफ झूठी गवाही, झूठे बयान, अदालत से झूठ बोलने, आपराधिक विश्वासघात, दूसरा विवाह और आपराधिक षड्यंत्र करने का मामला होने की बात कही थी। इस रिपोर्ट के बाद जस्टिस कुलदीप सिंह ने चंडीगढ़ पुलिस को अदालत में ही बुला कर मंदीप और मनीषा को सेक्टर 3 थाना इंचार्ज की हिरासत में भेज दिया। सुनवाई के दौरान मनीषा के परिजन भी अदालत में मौजूद थे और उन्होंने इसे मनीषा की नासमझी बताया था।


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