लग्जमबर्ग में निलाम होगा चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर, सेक्रेटरी कल्चर ने प्रशासन से मांगी जानकारी
विदेशों में चंडीगढ़ के हेरिटेज फर्नीचर की नीलामी रुक नहीं रही है। अब लग्जमबर्ग में चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम होने जा रहा है। लग्जमबर्ग में 10 जनवरी को होने वाली हेरिटेज फर्नीचर ऑक्शन की शिकायत पर इस देश में इंडियन मिशन के सेक्रेटरी कल्चर ने जवाब भेजा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। यूरोप के देश लग्जमबर्ग में 10 जनवरी को होने वाली हेरिटेज फर्नीचर ऑक्शन की शिकायत पर इस देश में इंडियन मिशन के सेक्रेटरी कल्चर ने जवाब भेजा है। उन्होंने इस ऑक्शन में नीलाम हो रही आइटम की विस्तृत जानकारी चंडीगढ़ प्रशासन से मांगी है।
एडवोकेट अजय जग्गा ने यह शिकायत लग्जमबर्ग में भारतीय एंबेसडर को यह शिकायत भेजी थी। इसके बाद उन्होंने ऑक्शन से पहले जरूरी जानकारी मांगी है। उन्होंने इस फर्नीचर के ओरिजन से जुड़ी जानकारी मांगी है। यह फर्नीचर किस साल का है और चंडीगढ़ का होने की क्या पहचान है। यह सभी जानकारी प्रशासन को देनी होगी।
हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने लग्जमबर्ग में भारत के राजदूत संतोष झा को चिट्ठी लिखकर इसे रुकवाने की अपील की थी। हैरानी की बात तो यह है कि नीलामी छोटी नहीं है। इसमें चंडीगढ़ की विरासत से जुड़ी 14 आइटम नीलाम होंगी। जिनकी डेढ़ से पौने दो करोड़ रुपये कीमत प्रस्तावित की गई है।
2011 में गृह मंत्रालय के आदेशों को दरकिनार कर आखिर कैसे यह प्रतिबंधित आइटम लग्जमबर्ग तक पहुंची और नीलाम हो रही हैं। इस ऑक्शन में ऑफिस केन चेयर, टीक टेबल, बैकरेस्ट के साथ ऑफिस केन चेयर, सीनेट कमेटी चेयर, ईजी आर्मचेयर, कैफेटेरियर टेबल, डाइनिंग चेयर, लो फायरसाइड चेयर, स्टूडेंट चेयर, स्मॉल डेस्क, टीक सोफा सेट और स्टूल सेट शामिल है।
पियरे जेनरे ने डिजाइन किया है यह फर्नीचर
स्विस आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए ने चंडीगढ़ को डिजाइन किया। उनके कजिन पियरे जेनरे ने इसमें मदद करने के साथ शहर की कई महत्वपूर्ण बिल्डिंग और सभी प्रमुख बिल्डिंग के लिए फर्नीचर भी डिजाइन किया। अब यही फर्नीचर विदेश के नीलाम घरों में करोड़ों रुपये में नीलाम हो रहा है। जो 14 आइटम नीलामी में रखी गई हैं, वह सभी जेनरे द्वारा डिजाइन हैं।