हफ्ते तक सुबह-सुबह परेशान करती रहेगी धुंध, दिन में साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग की मानें तो इस पूरे हफ्ते सुबह के समय धुंध रहेगी, जबकि दिन में मौसम साफ रहेगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। लगातार दूसरे दिन रविवार को भी सुबह का आगाज घनी धुंध से हुआ। धुंध इतनी घनी थी कि विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम थी। धुंध का सबसे ज्यादा असर सड़क यातायात पर देखने को मिला। आलम यह था कि सड़क पर वाहन रेंगते हुए महसूस हो रहे थे। इसके अलावा ट्रिब्यून चौक, हल्लोमाजरा-राम दरबार चौक, एयरपोर्ट चौक और इंडस्ट्रियल एरिया चौक पर लंबा जाम देखने को मिला। जिस वजह से वाहन चालकों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग की मानें तो इस पूरे हफ्ते सुबह के समय धुंध रहेगी, जबकि दिन में मौसम साफ रहेगा।
धुंध के कारण वाहन चालकों काे काफी परेशानी झेलनी पड़ी और लाइट जलाकर वाहन चलाने पड़े।
इससे पहले इससे पहले शनिवार को सुबह के समय धुंध देखने को मिली थी, लेकिन यह धुंध ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी और सुबह नौ बजे तक मौसम साफ हो गया था।सुबह के समय शहर का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस है। रविवार को एयरपोर्ट से फ्लाइट्स का संचालन दोपहर एक बजे के बाद होता है, इसलिए एयरपोर्ट के फ्लाइट शेड्यूल फ्लाइट शेड्यूल पर धुंध का असर नहीं पड़ा है। वहीं रेल यातायात पर भी धुंध का असर दिखाई दे रहा है।
ठंड ज्यादा होने से मैदानी इलाकों में पड़ रही धुंध
धुंध के कारण सड़कों पर चालकों को वाहनों की गति धीमी रखनी पड़ी। जिस कारण कई जगहों पर जाम देखने को मिला।
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया ठंड ज्यादा होने से मैदानी इलाकों के धुंध पड़ रही है। उन्होंने बताया कि जब आर्द्र हवा ऊपर उठकर ठंडी होती है, तब जलवाष्प संघनित होकर जल की सूक्ष्म बूंदें बनाती है। कभी-कभी अनुकूल परिस्थितियों में हवा के बिना ऊपर उठे ही जलवाष्प जल की नन्हीं बूंदों में बदल जाती है, तब हम इसे कोहरा कहते हैं। तकनीकी रूप से बूंदों के रूप में संघनित जलवाष्प के बादल को कोहरा कहा जाता है। यह वायुमंडल में जमीन की सतह के थोड़ा ऊपर ही फैला रहता है। किसी घने कोहरे में दृश्यता एक किमी से भी कम हो जाती है। इससे अधिक दूरी पर स्थिति चीजें धुंधली दिखाई पड़ने लगती हैं। जब कोहरे का धुएं के साथ मिश्रण होता है तो उसे धुंध कहते हैं। धुंध भी एक तरह का कोहरा ही होता है बस दृश्यता का अंतर होता है। यदि दृश्यता की सीमा एक किमी या इससे कम हो तो उसे धुंध कहते हैं।
इन ट्रेनों के रूट डायवर्ट
अंबाला मंडल द्वारा रविवार को दो मेगा ब्लॉक किए गए। एक अंबाला कैंट-लुधियाना सेक्शन और दूसरा सरङ्क्षहद-नंगलडैम सेक्शन पर हुआ। इस मेगा ब्लॉक के कारण इस रूट पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को डायवर्ट और कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से रद किया गया। ब्लॉक के दौरान पठानकोट-दिल्ली एक्सप्रेस (22430), अमृतसर-सियालदह एक्सप्रेस (12380), जम्मू-नादेड़ हमसफर (12752), जालंधर सिटी-दरभंगा एक्सप्रेस (22552) ट्रेन रविवार को साहनेवाल-चंडीगढ़ से होकर जाएगी।
इसके साथ ही बठिंडा-अंबाला कैंट पैसेंजर (54552) को पटियाला-अंबाला कैंट के बीच आंशिक रूप से रद किया गया है। इसके साथ ही अंबाला कैंट-धूरी पैसेंजर (54553) अंबाला कैंट-पटियाला, सहारनपुर-नंगलडैम पैसेंजर (64511) को अंबाला कैंट-नंगलडैम के बीच और नंगलडैम-सहारनपुर पैसेंजर (64512) को नंगलडैम-अंबाला कैंट को रविवार को इस रूट पर रद किया गया है।