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गर्मी में कार आराम की जगह हीट स्ट्रोक, हीट स्ट्रेस कारण

कंडीशनर का बटन दबाने से राहत के बजाय शरीर कई बीमारियों का घर बन सकता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 07:15 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 07:15 PM (IST)
गर्मी में कार आराम की जगह हीट स्ट्रोक, हीट स्ट्रेस कारण
गर्मी में कार आराम की जगह हीट स्ट्रोक, हीट स्ट्रेस कारण

बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : गर्मी से बचने के लिए कार में बैठते ही एयर कंडीशनर का बटन दबाने से राहत के बजाय शरीर कई बीमारियों का घर बन सकता है। बाहर खुले वातावरण से कहीं अधिक खतरनाक खुली पार्किग में खड़ी कार है। यह जानकर हैरानी होगी कि बाहर तापमान 37 है तो कार के अंदर पारा 71 डिग्री सेल्सियस होगा। अचानक दोगुना पारा असहनीय होकर यह हीट स्ट्रेस, हीट स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है। चंडीगढ़ पीजीआइ के कम्युनिटी मेडिसन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. रविद्र खाइवाल की कार कैबिन के अंदर थर्मल कंफर्ट स्टडी में यह चौंकाने वाली जानकारी निकलकर आई है। डॉ. खाइवाल ने हैचबैक, सिडान और एसयूवी तीनों तरह की कारों पर यह स्टडी कर इसका रिसर्च जर्नल प्रकाशित किया है। उन्होंने अपने रिसर्च पेपर का रिजल्ट और जरूरी सुझाव मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट को भेजे हैं। जिनका कारों की मैन्यूफेक्चरिग के समय इसका इस्तेमाल किया जा सके। प्रयोग विधि : पीजीआइ की खुली पार्किग में खड़ी कार पर यह स्टडी की गई। तीन अलग कैटेगरी की कार कैबिन से दिन में डाटा एकत्र किया गया। इंडोर एयर क्वालिटी (आइएक्यू) मॉनीटर का इस्तेमाल सैंपलिग के लिए किया गया। बाहर तापमान का डाटा भारतीय मौसम विभाग से लिया गया। बाहर और कार के अंदर तापमान का अंतर

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तिथि बाहर पारा (औसत) कार के अंदर पारा

13 जून 2018 35.6 68.5

14 जून 2018 37.9 71.0

18 जून 2018 26.8 59.8

20 जून 2018 31.0 63.2

22 जून 2018 31.7 64.8 अचानक पारा बढ़ना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

अत्यधिक तापमान और कम आ‌र्द्रता अचानक स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव का कारण बनेगा। इसे हीट स्ट्रेस, हीट स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर कम ज्यादा हो सकता है। जल्दबाजी में व्यक्ति अपने गंतव्य पर तेजी से पहुंचने के लिए तेजी से कार में बैठकर एसी चलाता है। अत्यधिक सूखेपन की वजह से यह भी हेल्थ पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। कार में कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा भी कई गुना बढ़ जाती है। थर्मल कंफर्ट में ये तत्व शामिल

स्टडी रिपोर्ट के रिजल्ट के अनुसार कार के बेहद खराब थर्मल कंफर्ट पर ध्यान देना जरूरी है। कार के अंदर का मैटीरियल, पार्किग लोकेशन, रंग, बाहरी वातावरण थर्मल कंफर्ट के कारक हैं। इन सबको देखते हुए कार निर्माण के समय इन सभी कारकों को देखना बेहद जरूरी है। काले रंग की कार सफेद से ज्यादा हीट सोखकर गर्म होती है। हीट सेंसर से अलार्म तक का सुझाव

-थर्मल कंफर्ट मॉनीटरिग सेंसर जरूरी

-धूप में खुले आसमान के नीचे कार सबसे अधिक गर्म होती है। थर्मल कंफर्ट पैरामीटर्स की मॉनीटरिग के लिए सेंसर सिस्टम की सलाह।

-हीट संबंधी हेल्थ रिस्क को कम करने के लिए अलार्म का प्रावधान हो।

-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो पैसेंजर को कार से बाहर निकलने या बैठने से पहले कुछ देर रुकने को सचेत करे।

-यह स्टडी कार निर्माता को ज्यादा थर्मली कंफर्टेबल कार बनाने में मदद करेगी।

-अलग-अलग वातावरण को देखते हुए इस स्टडी को बड़े स्केल पर करने का रास्ता निकला है।


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