हरियाणा ने हाई कोर्ट में माना-चंडीगढ़ का है अपना अलग वजूद Chandigarh News
हरियाणा के साथ ही पंजाब ने भी माना है कि चंडीगढ़ राजधानी जरूर है लेकिन केंद्र शासित होने के कारण यह सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। राजधानी चंडीगढ़ के विवाद में हरियाणा ने भी पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में जवाब दायर कर स्वीकार कर लिया है कि चंडीगढ़ पंजाब की तरह हरियाणा की राजधानी है, लेकिन केंद्र शासित होने के कारण यह उसके अधीन नहीं है। इसका स्वतंत्र अस्तित्व है और सीधे तौर पर केंद्र सरकार के अधीन है।
हरियाणा सरकार ने वर्ष 1966 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अध्यक्षता में 3 अगस्त को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि उसमें चंडीगढ़ को पंजाब के साथ ही हरियाणा की भी राजधानी बनाया गया था। साथ ही चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था। इससे चंडीगढ़ न तो पंजाब के अधीन है और न ही हरियाणा के। हरियाणा सरकार के जवाब के बाद हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई 11 नवंबर तक स्थगित कर दी है।
पिछली सुनवाई पर पंजाब सरकार ने अपना जवाब दायर कर ऐसी ही जानकारी दी थी। पंजाब ने भी माना है कि चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी जरूर है, लेकिन केंद्र शासित होने के कारण यह सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। चंडीगढ़ प्रशासन इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए पहले ही कह चुका है कि चंडीगढ़ न तो पंजाब का हिस्सा है और न ही हरियाणा का। यह केंद्र शासित प्रदेश है। इस पर किसी का अधिकार नहीं है। इसका अपना स्वतंत्र अस्तित्व है।