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हरविंदर ने दो महीने पहले छिंदर बाबा से मिल बनाई थी सरबजीत के कत्ल की प्लानिंग

सरबजीत कौर की हत्या की प्लानिग आरोपित हरविदर सिंह ने दो महीने पहले बनाई थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 09:09 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 06:09 AM (IST)
हरविंदर ने दो महीने पहले छिंदर बाबा से मिल बनाई थी सरबजीत के कत्ल की प्लानिंग
हरविंदर ने दो महीने पहले छिंदर बाबा से मिल बनाई थी सरबजीत के कत्ल की प्लानिंग

संदीप कुमार, मोहाली : सरबजीत कौर की हत्या की प्लानिग आरोपित हरविदर सिंह ने दो महीने पहले बनाई थी। अक्टूबर महीने में ही सरबजीत कौर को मारने के लिए हरविदर सिंह ने गांव दयालपुरा स्थित डेरे में आरोपित छिंदर बाबा से मुलाकात कर डील पक्की कर ली थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार सरबजीत कौर के कत्ल के लिए कौन सा दिन व समय चुना जाना था, यह बात भी सुपारी किलर पर छोड़ी गई थी लेकिन कत्ल करने वाले को यह बताया गया था कि हरविदर सिंह के विदेश निकल जाने के बाद ही वारदात को अंजाम दिया जाए। सूत्रों के अनुसार किलर तक हरविदर सिंह के विदेश भाग जाने की बात पहुंचाने की भूमिका उसकी मां शिदर कौर ने निभाई थी, इसलिए वह पुलिस के सामने बार-बार अपनी स्टेटमेंट बदल रही थी। हालांकि शिदर कौर को पुलिस ने धारा-120बी के तहत गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार हरविदर सिंह की पहली पत्नी करमजीत कौर अपनी दोनों बेटियों के साथ टूरिस्ट वीजा पर रोमानिया गई हुई है और शक जताया जा रहा है कि हरविदर भी रोमानिया में अपनी पहली पत्नी के साथ है। पुलिस ने कहा : नहीं मालूम गाड़ी किसने नाम पर रजिस्टर्ड

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प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब एसएसपी कुलदीप सिंह चाहल से पूछा गया कि वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ी किसके नाम पर रजिस्टर्ड है तो उन्होंने बताया कि यह आगे चार जगह बिकी हुई है और मालिक की जानकारी भी उन्हें नहीं है। जबकि यह गाड़ी केवल दो जगह ही बिकी है। डीएल-4सी-एएफ-4908 फोर्ड आइकन गाड़ी वर्ष 2009 में केएल खन्ना निवासी सी1/183, ब्लॉक सी1 राजौरी गार्डन दिल्ली के नाम पर रजिस्टर्ड हुई थी। उन्होंने यह गाड़ी 16 फरवरी 2015 को सुरभि भाटिया निवासी मकान नंबर-21 ब्लॉक -71 प्रेम नगर जनकपुरी दिल्ली के नाम पर ट्रांसफर करवाई थी। वर्ष 2019 (अभी तक) यह गाड़ी सुरभि भाटिया के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। सुरभि भाटिया इस गाड़ी की सेकेंड ऑनर हैं तो बठिडा निवासी जसविदर सिंह उर्फ छिदर बाबा के पास यह गाड़ी कैसे पहुंची। आशंका है कि कत्ल के लिए यह गाड़ी दिल्ली से चोरी तो नहीं की गई। अनसुलझे सवाल

-पुलिस का कहना है कि छिदर बाबा का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड सामने नहीं आया तो क्या सुरभि भाटिया ने छिदर बाबा को गाड़ी बेची।

-अगर छिदर बाबा ने सुरभि भाटिया से गाड़ी खरीदी तो अब तक उसे खुद के नाम पर रजिस्टर्ड क्यों नहीं करवाया।

-क्या मोहाली पुलिस ने भाटिया को पूछताछ के लिए जांच में शामिल किया।

-अगर गाड़ी चोरी हुई तो क्या सुरभि भाटिया ने पुलिस को गाड़ी चोरी होने की शिकायत दी।

-पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस फोर्ड आइकन गाड़ी को पुलिस ने आरोपित से रिकवर किया बताया है, वह गाड़ी पुलिस को वारदात के कुछ दिन बाद ही खरड़ स्थित एक पार्क के बाहर से लावारिस हालत में बरामद हुई थी।


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