हरसिमरत बोलीं- अकाली सरकार ने किया था कॉरीडोर का प्रस्ताव पास, कांग्रेस ने नहीं दिया था साथ
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि 2010 में पंजाब की तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार ने इसके लिए विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था।
जेएनएन, चंडीगढ़। करतारपुर कॉरीडोर पर राजनीति तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि 2010 में पंजाब की तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार ने इसके लिए विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। 2017 में शशि थरूर के नेतृत्व में बनी समिति ने कॉरीडोर से मना कर दिया था, लेकिन अब अकाली दल के प्रयासों से कॉरीडोर की निर्माण प्रक्रिया सिरे चढ़ी है।
बता दें, करतारपुर कॉरीडोर की मांग बहुत पुरानी है। इसको लेकर सिख नेता अक्सर मांग उठाते रहे हैं। 1947 के बंटवारे के बाद से ही सिख श्री करतारपुर सहिब में माथा टेकने को लेकर इसकी मांग उठाते रहे हैं। लेकिन, अब कांग्रेस व अकाली दल में इसका श्रेय लेने की होड़ मची है।
कॉरीडोर की मांग पूरी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर के खुलने का श्रेय संगत को मिलना चाहिए। वहीं, नानक नाम सेवा संगत संस्था को इसका श्रेय मिलना चाहिए जो पिछले 70 वर्षों से उन सभी गुरुधामों के खुले दीदार व सेवा संभाल के लिए अरदास करती आ रही है। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने हमेशा संगत की अरदास की ताकत के बारे में बताया है। बादल ने हर सिख की अरदास को कुबूल करने के लिए गुरु साहिब का धन्यवाद किया।