पूरे पंजाब और पुलिस डिपार्टमेंट को आप पर नाज है हरजीत सिंह : डीजीपी गुप्ता
डिपार्टमेंट को ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब को आप पर नाज है एसआइ हरजीत सिंह।
विशाल पाठक, चंडीगढ़ : पुलिस डिपार्टमेंट को ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब को आप पर नाज है एसआइ हरजीत सिंह। यह शब्द पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहे। डीजीपी गुप्ता एसआइ हरजीत सिंह को वीरवार को पीजीआइ में डिस्चार्ज करवाने के मौके पर पहुंचे। वहीं, डीजीपी ने हरजीत सिंह के बेटे अर्शप्रीत सिंह को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी का ऑफर लेटर भी सौंपा। और हरजीत सिंह से कहा कि जब उनका बेटा अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर लेगा। वह पंजाब पुलिस ज्वाइन कर सकता है। मौके पर हरजीत सिंह ने कहा कि वह बहुत ही किस्मत वाले हैं कि पूरा पुलिस डिपार्टमेंट और पंजाब के मुख्यमंत्री उनके इस मुश्किल समय में साथ थे। हरजीत सिंह ने कहा कि वे आगे भी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और बिना किसी डर के कानून की रक्षा करेंगे। 18 दिन बाद एसआइ हरजीत पीजीआइ से हुए डिस्चार्ज
पंजाब के सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह को पीजीआइ से वीरवार सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया। पीजीआइ में हरजीत का पिछले 18 दिन से इलाज चल रहा था। बता दें कि पटियाला में सनौर रोड पर स्थित मंडी में ड्यूटी के दौरान एसआइ हरजीत सिंह पर कुछ निहंगों ने हमला कर दिया था। इस हमले में हरजीत सिंह का निहंगों ने तलवार से एक हाथ काट दिया था। जिसके चलते एसआइ को 12 अप्रैल को हाथ का ऑपरेशन करने के लिए पीजीआइ में एडमिट किया गया था। पीजीआइ के डॉक्टरों की बदौलत एसआइ हरजीत सिंह का हाथ दोबारा आठ घंटे में पीजीआइ के डॉक्टरों ने जोड़ दिया था। अब पूरी तरह से हाथों की मूवमेंट शुरू होने के बाद वीरवार को हरजीत को डिस्चार्ज कर दिया। इन डॉक्टरों ने एसआइ हरजीत सिंह के हाथ का किया था ऑपरेशन
एसआइ हरजीत सिंह का पीजीआइ के प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के जिन डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर आठ घंटे में दोबारा से हाथ जोड़ा था। इस टीम में डॉ. सुनील गाबा, डॉ. जेरी जोहन और प्रो. रमेश शर्मा की देखरेख में एनीस्थीसिया, नर्सिग स्टाफ और ओटी के स्टाफ ने ऑपरेशन किया था। पीजीआइ डॉक्टरों ने बताया कि एसआइ हरजीत का हाथ अब मूवमेंट करने लगा है। पांच से छह महीने में हाथ पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगा। इसके लिए एसआइ को हाथों की एक्सरसाइज करने और कुछ दवाइयां लिखी है।