सुरों के हंस ने सबको चढ़ाया सूफी का रंग
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : क्राफ्ट मेले में स्टॉल से भीड़ इतर होकर टेट पर आ रही थी। जैसे-जै
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : क्राफ्ट मेले में स्टॉल से भीड़ इतर होकर टेट पर आ रही थी। जैसे-जैसे यहां गीत संगीत तेज हुआ, तो लोगों को पहुंचना भी तेज हुआ। स्टेज पर हंसराज हंस के आने का बिगुल बजा, तो लोग भी पूरे टेट तक फैल गए। हंस राज हंस ने आते ही हाथ जोड़कर सबका नमन किया। बोले कि ऐसी महफिल देखकर ही शाम सूफी होती है। उन्होंने बैठते हुए कहा कि आज तो आप लोगों ने ही माहौल बना दिया, कहिए क्या सुनाऊं। हां, कोशिश करुंगा कि कुछ युवा लोगों के दिल में भी उतरूं, नहीं तो उनकी पसंद आजकल बदल गई है। सूरत-ए-हाल हमें भी युवा कम और जिंदगी का अनुभव रखने वाले ज्यादा सुनने लगे हैं।
नित खेर मंगा, सोणिए मैं तेरी.
प्रस्तुति की शुरुआत हंस ने प्रसिद्ध सूफी गीत नित खेर मंगा से की। इसके बाद उन्होंने ए जो सिलि-सिलि आउंदी ए हवा को सुनाया। अपने कुछ फिल्मी गीत टोटे-टोटे हो गया, दिल चोरी साडा हो गया को सुनाया। इसके बाद दर्शकों की फरमाइश पर उन्होंने दमादम मस्त कलंदर गीत सुनाया। हमें इन कलाकारों की चीज जरूर खरीदनी चाहिए
हंस ने इसके बाद कहा कि यहां कई कलाकार आए हैं, कई राज्यों से आए हैं। ये अच्छी बात है कि आज भी कई कलाकार अपने हाथों से चीजों को बनाते हैं, इनको जरूर समर्थन मिलना चाहिए, इनकी बनाई चीजें हमें खरीदनी चाहिए क्योंकि आज भी कितने ही गांव और घर इसी कार्य पर अपना पेट भर रहे हैं, ऐसे में इस मेले का कॉन्सेप्ट बहुत अच्छा है।