हेयर एक्सपर्ट मालविका ने दिए टिप्स, शैंपू और कंडीशनर का कम इस्तेमाल बालों को बनाता है बेहतर
लोग चाहते हैं कि बाल सुंदर दिखें। इसके लिए वह ज्यादा से ज्यादा शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह सुधार करने के बजाए बालों को खराब कर देते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। महिला हो या पुरूष, स्मार्ट और हैंडसम दिखने में बालों की अहम भूमिका होती है। बालों को संभालने के लिए जरूरी है कि हम उनकी बेहतर करें। इसके लिए शैंपू और कंडीशनर का ज्यादा इस्तेमाल न करें। ये टिप्स एडवांस हेयर स्टूडियो की मैनेजर मालविका मुखोपाध्याय ने रविवार को दिए। मालविका शहर में हेयर फाल पर आयोजित सेमिनार में हिस्सा ले रहीं थीं।
सेमिनार के दौरान उन्होंने बालों की संभाल के टिप्स सांझा किए और बाल झड़ना रोकने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि बाल सुंदर दिखें। इसके लिए वह ज्यादा से ज्यादा शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह सुधार करने के बजाए बालों को खराब कर देते हैं। शैंपू और कंडीशनर में भी केमिकल होते हैं जो कि जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करने पर ही अच्छे परिणाम देते है। ज्यादा इस्तेमाल होने पर सिर की चमड़ी खराब हो जाती है। बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं और बालों की जड़ों का ऊपरी भाग खराब होने लगता है।
चंडीगढ़ में गंजेपन की है ज्यादा समस्या
मालविका ने बताया कि उन्हें चंडीगढ़ में गंजेपन से संबंधित ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं क्योंकि यहां के लोगों में बालों के झड़ने की समस्या ज्यादा है। इसका सबसे अहम कारण फास्ट फूड का ज्यादा इस्तेमाल, कम नींद लेना, काम का स्ट्रेस ज्यादा लेना है। उन्होंने कहा कि शहर में कैंप लगाने का उद्देश्य लोेगों को उन चीजों के बारे में अवगत कराना है, जिसका फर्क उन्हें कई वर्षों के बाद दिखना शुरू होगा। शहर में बालों के गिरने की औसतन आयु 20 से 30 साल हो चुकी है जो कि चिंता का विषय है।
बच्चों की कसकर न बांधे चोटी
युवतियों में बालों के झड़ने का अहम कारण बचपन में की गई चोटी होता है। बच्चों की आमतौर पर चोटी करते हैं लेकिन उसे ज्यादा कस देते हैं ताकि वह खुले नहीं। हालांकि कसी हुई चोटी 12 से 13 साल की उम्र के बाद असर दिखाना शुरू करती है। सिर पर बालों की संख्या कम होती है। बाल पतले हो जाते हैं। साथ ही, शैंपू, कंडीशनर और हॉट डायर के इस्तेमाल से जल्दी झुलसना और झड़ना शुरू हो जाते हैं। इस कारण 20 साल की उम्र तक बाल नेचुरल लुक खो देते हैं।
एडवांस हेयर स्टूडियो की मैनेजर मालविका मुखोपाध्याय।