Chandigarh News: प्रशासन के विशेष अभियान से GST में धोखाधड़ी करने वालों का होगा भंडाफोड़
यूटी प्रशासन के आबकारी विभाग की ओर से जीएसटी का सर्वे किया जा रहा है। ऐसा करने के पीछे ऐसे लोगाों और कंपनियों की पहचान करना है जो फर्जी जीएसटी पंजीकरण के जरिए गलत लेनदेन और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठा रहे हैं।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। यूटी प्रशासन की जीएसटी से होने वाली कमाई लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन इसके बावजूद शहर में फरजी जीएसटी पंजीकरण करवाकर कई लोग गलत लेनदेन और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठा रहे हैं। जिन पर प्रशासन ने नजर रखी हुई है। ऐसे कई लोगों को प्रशासन ने पकड़ा है, जिनकी सूची तैयार की गई है। ऐसे लोगों पर अगले दिनों प्रशासन कार्रवाई करने जा रहा है।
इस समय यूटी प्रशासन के आबकारी विभाग की ओर से जीएसटी का सर्वे किया जा रहा है। ऐसा करने के पीछे ऐसे लोगाों और कंपनियों की पहचान करना है जो फर्जी जीएसटी पंजीकरण के जरिए गलत लेनदेन और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि, शहर में हर माह जीएसटी से होने वाली कमाई लगातार बढ़ती जा रही है। आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार संदिग्ध और नकली जीएसटी पंजीकरण का पता लगाने के लिए यह अभियान चलाया गया है जो कि 15 जुलाई तक जारी रहेगा।
इस अभियान के तहत टीम ने चंद संदिग्ध लोगों की पहचान भी की है। जिनके दस्तावेज चेक किए जा रहे हैं। अभियान का लक्ष्य धोखाधड़ी करने वाले करदाताओं की पहचान करना है। अधिकारियों के अनुसार, फर्जी जीएसटी करदाताओं के खिलाफ जीएसटी कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
अप्रैल माह में हुई 255 करोड़ रुपये की कमाई
प्रशासन जमकर जीएसटी की कलेक्शन कर रहा है। अकेले अप्रैल माह में 255 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जबकि पिछले साल अप्रैल माह में 249 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। जीएसटी पेट्रोल और शराब को छोड़कर अन्य पर वसूला जाता है। इस साल मार्च माह में 202 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ था, जबकि मार्च 2022 में 184 करोड़ रुपये एकत्रित हुए थे। जीएसटी बढ़ने का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा रहा है कि शहरवासियों की ओर से जमकर खरीददारी की जा रही है।खरीददारी जितनी बढ़ेगी जीएसटी कलेक्शन भी उतना बढ़ेगा।
सर्वे को लेकर सकते में शहर के व्यापारी
इस सर्वे को लेकर शहर के व्यापारी सकते में हैं। जीएसटी की टीम आने पर व्यापारी घबरा रहे हैं जबकि आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिनके दस्तावेज पूरे है और कोई गड़बड़ी नहीं है ऐसे लोगों को डरने की जरुरत नहीं है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह का कहना है कि शहर का व्यापारी काफी ईमानदार है।
इसलिए ही शहर से लगातार जीएसटी का कलेक्शन बढ़ रहा है।इस तरह के अभियान सिर्फ इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा। जिस पर विभाग को शक हो उसकी ही जांच होनी चाहिए।शहर के सभी व्यापारी भी फर्जी जीएसटी पंजीकरण के जरिए गलत लेनदेन करने वालों को पकड़ने में मदद करेगा।लेकिन सभी व्यापारियों को तंग नहीं किया जाना चाहिए।दहशत का माहौल नहीं बनना चाहिए इससे कारोबार प्रभावित होता है।उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन का कहना है कि दुकानों पर चलाई जाने वाली प्रस्तावित फिजिकल इंस्पेक्शन की मुहिम गर जरूरी है।इसे रोकना चाहिए।इससे व्यापारियों में खासकर छोटे दुकानदारों में दहशत का माहौल बना हुआ है।