कैंसर के इलाज के लिए सरकार देगी दो लाख रुपये, कई अन्य रोगों के लिए भी मदद
पंजाब सरकार श्रमिकों के कैंसर की चपेट में आने पर इलाज के लिए दो लाख रुपये देगी। पहले यह राशि एक लाख रुपये की राशि दी जाती थी।
जेएनएन, चंडीगढ़। निर्माण श्रमिकों को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपए तक की जाएगी। बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड की एडवायजरी कमेटी की हुई बैठक में श्रम मंत्री एवं कमेटी के चेयरमैन बलबीर सिंह सिद्धू ने यह निर्णय किया। उन्होंने बताया कि दिल और गुर्दे की बीमारियों के इलाज के लिए भी दो लाख रुपये दिए जाएंगे।
पहले मिलते थे एक लाख, दिल व गुर्दे की बीमारियों के इलाज की राशि भी दोगुनी
इसके साथ ही एडवायजरी कमेटी ने निर्माण श्रमिकों के मेडिकल क्लेम बिलों को पास करवाने के लिए लेबर इंस्पेक्टरों को अंतिम तौर पर जवाबदेह बनाया है। एडवाइजरी कमेटी ने निर्माण श्रमिकों की बच्चियों के विवाह पर दी जाने वाली शगुन राशि में 31 हजार रुपए से बढ़ा कर 51 हजार रुपये तक का शगुन देने को सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। कमेटी ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि निर्माण श्रमिकों के बच्चे जो जिला, राज्य या राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल के क्षेत्र में नाम कमाते हैं, उन्हें नकद वित्तीय सहायता दी जाएगी।
बच्चियों के विवाह पर दी जाने वाली शगुन राशि 31 हजार बढ़कर 51 हजार
कमेटी ने निर्माण श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दी जाने वाली वजीफा स्कीम में संशोधन करने का फैसला भी लिया। इसके अधीन अब 85 फीसद की बजाय 75 फीसद अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को वजीफा स्कीम अधीन 11 हजार रुपये दिए जाएंगे।
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श्रमिकों को ऑनलाइन रजिस्टर्ड करने के लिए श्रम विभाग की तरफ से विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इस मुहिम के अधीन पिछले साल 1,40000 श्रमिकों को रजिस्टर्ड किया। उन्होंने संजय कुमार प्रमुख सचिव श्रम विभाग को आदेश दिए कि ऑनलाइन रिजस्ट्रेशन करवाने के लिए गांव से ब्लॉक स्तर पर कैंप लगा के श्रमिकों को रजिस्टर्ड किया जाए।