स्ट्रीट वेंडर्स को बसाने की तरफ ध्यान दे सरकार : विपक्ष
शहर में स्ट्रीट वेंडर्स का दोबारा सर्वे करने के हरियाणा विधानसभा स्पीकर के आदेश के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
जासं, पंचकूला : शहर में स्ट्रीट वेंडर्स का दोबारा सर्वे करने के हरियाणा विधानसभा स्पीकर के आदेश के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है और राजनीतिक पार्टियां जानबूझकर सर्दी के मौसम में गरीबों को तंग करने के आरोप लगा रही है। विपक्षी दल स्पीकर को घेरने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि शहर में स्ट्रीट वेंडर्स पॉलिसी तुरंत लागू हो और गरीब अपनी रोजी रोटी कमा सकें। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर रंजीता मेहता ने कहा कि पहले ही रेहड़ी वालों से 300-300 रुपये लेने का मामला सामने आ चुका है। अब दोबारा सर्वे करने के पीछे गरीबों से ओर पैसा ऐंठने की चाल लग रही है। रंजीता मेहता ने कहा कि रेहड़ी-फड़ी वाले शाम को दो से तीन घंटे बैठकर अपना गुजर बसर कर रहे थे, लेकिन राजनीतिक द्वेष रखते हुए विधानसभा स्पीकर ने इन्हें हटवा दिया। पिछले पांच साल में स्पीकर द्वारा स्ट्रीट वेंडर्स पॉलिसी लागू करवाने के लिये कोई काम नहीं किया। अब जब इन्हें हटाकर स्ट्रीट वेंडर्स पॉलिसी लागू की जानी थी, उसी बीच दोबारा से सर्वे की बात कहकर मामले को लटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की कर रहे अवहेलना
इंडियन नेशनल लोकदल की जिला प्रधान सीमा चौधरी ने कहा कि नगर निगम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि गरीबों को पॉलिसी में लाकर उन्हें कहीं ना कहीं स्थान दिया जाए, मगर शहर से रेहड़ी-फड़ी वालों को हटा तो दिया गया है, लेकिन स्ट्रीट वेंडर्स पॉलिसी लागू करने के लिए कोई काम नहीं किया गया। पॉलिसी लागू नहीं हुई तो देंगे धरना
पूर्व पार्षद सुभाष चंद निषाद ने कहा कि शहर का विकास इन्हीं गरीबों के कारण हुआ है, मगर इन गरीबों को बेरोजगार कर क्राइम को बढ़ावा देने की कोशिश हो रही है। यदि यह गरीब काम धंधा नहीं करेंगे, तो परिवार का पालन पोषण करने के लिये अपराध की तरफ जा सकते हैं। निषाद ने चेतावनी दी है कि यदि स्ट्रीट वेंडर्स पॉलिसी दो सप्ताह में लागू कर उन्हें बैठाया नहीं गया तो विधानसभा स्पीकर के घर पर धरना शुरू हो जाएगा।