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पंजाब को मिल सकती है बड़ी खुशखबरी, दूसरे एम्स की जगी उम्‍मीद, जालंधर या लुधियाना का नाम

पंजाब के लोगों को जल्‍द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। राज्‍य में बठिंडा के बाद दूसरे एम्‍स की स्‍थापना की उम्‍मीद जगी है। यह एम्‍स जालंधर या लुधियाना में खुल सकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 17 Jul 2019 03:32 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 03:36 PM (IST)
पंजाब को मिल सकती है बड़ी खुशखबरी, दूसरे एम्स की जगी उम्‍मीद, जालंधर या लुधियाना का नाम
पंजाब को मिल सकती है बड़ी खुशखबरी, दूसरे एम्स की जगी उम्‍मीद, जालंधर या लुधियाना का नाम

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के लोगों को जल्‍द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है।  राज्‍य में दूसरा एम्‍स भी स्‍थापित हो सकता है। केंद्र सरकार बठिंडा के बाद पंजाब में एक और एम्स खोलने पर विचार कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अपील के बाद उनसे विस्तृत प्रस्ताव मांगा है। दूसरा एम्स श्री गुरु नानक देव जी के 550वें ऐतिहासिक प्रकाश पर्व को समर्पित होगा। मुख्यमंत्री ने दूसरे एम्स का प्रस्ताव जालंधर या फिर लुधियाना में किया है।

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कैप्टन की अपील पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मांगा प्रस्ताव, जालंधर या लुधियाना में खुल सकता है

कैप्टन ने दिल्ली में डॉ. हर्षवर्धन के साथ बैठक में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य और वित्त मंत्रियों को भेजे गए अलग-अलग पत्रों में पंजाब में दूसरे एम्स को प्रकाशोत्सव के अवसर पर समर्पित करने की अपील की गई थी। वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट जारी होने के बाद इस पर विचार का भरोसा दिलाया था।

पहला एम्स बठिंडा में पहले ही तैयार किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 250 करोड़ रुपये की लागत वाले पिम्स (पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) जालंधर की इमारत को एम्स के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बठिंडा एम्स प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी मंजूरियां दी जा चुकी हैं और इस संबंध में कुछ भी लंबित नहीं है।

पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का मुद्दा भी उठाया

मुख्यमंत्री ने फिरोजपुर में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर के लिए भी केंद्रीय मंत्री से बात की है। राज्य सरकार ने जमीन पीजीआइ को दे दी है, लेकिन फाइल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए लंबित पड़ी है। बैठक में नशों की समस्या पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सहायता की मांग की। डॉ. हर्षवर्धन ने हरसंभव सहायता का भरोसा दिया।


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