सुरक्षा गाइडलाइंस के साथ गोल्फ कोर्स पर लौटने लगे गोल्फर्स
गोल्फ कोर्स में सुरक्षा गाइडलाइंस के साथ गोल्फर्स ने खेलना शुरू कर दिया है। गोल्फर्स कोरोना संक्रमण से बचे रहे इसके लिए गोल्फ क्लब मैनेजमेंट की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
विकास शर्मा, चंडीगढ़
गोल्फ कोर्स में सुरक्षा गाइडलाइंस के साथ गोल्फर्स ने खेलना शुरू कर दिया है। गोल्फर्स कोरोना संक्रमण से बचे रहे इसके लिए गोल्फ क्लब मैनेजमेंट की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गोल्फ क्लब के जनरल मैनेजर रिटायर्ड कर्नल एपीएस जोहल ने बताया कि हम गोल्फर्स को चार-चार के ग्रुप में खेलने के लिए भेज रहे हैं। गोल्फर्स अपनी किट खुद उठा रहे हैं, उनके साथ दो कैडी जा रहे हैं, जोकि गेंद को हाथ नहीं लगा रहे हैं। कैडी का काम सिर्फ गोल्फर्स को यह बताना है कि उनकी गेंद कहां पड़ी है। हर ग्रुप 15 मिनट के अंतराल के बाद भेजा जा रहा है। गोल्फ कोर्स में प्रवेश से पहले खिलाड़ियों की किट को सेनिटाइज किया जाता है, इसके अलावा पूरे गोल्फ कोर्स में 10 जगहों पर हैंड फ्री सेनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं। खेल सुबह सवा सात बजे से शुरू हो जाता है। धारा-144 हटने के बाद ही हो सकेंगे गोल्फ क्लब के चुनाव
चंडीगढ़ गोल्फ के जनरल मैनेजर रिटायर्ड कर्नल एपीएस जोहल ने बताया कि अभी शहर में धारा 144 लगी हुई है। ऐसे में कहीं भी पांच व्यक्तियों से ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं हो सकते। जैसे ही धारा 144 हट जाएगी, हम चुनाव प्रक्रिया शुरू कर देंगे। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले हमें अखबार में एक महीने पहले नोटिस देना होता है। इसलिए हम सब हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। दो महीने के लंबे इंतजार के बाद गोल्फ कोर्स में खेलना काफी सुखद लग रहा है। हमने तमाम तरह की सुरक्षा गाइडलाइंस का इस्तेमाल करते हुए खेल का आनंद लिया। सभी गोल्फर्स ने मास्क पहने थे। इसके अलावा कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी ने एक-दूसरे से शरीरिक दूरी बनाई रखी।
-राकेश जौली, पूर्व रणजी खिलाड़ी व यूटीसीए की टैलेंट हंट कमेटी के चेयरमैन वैसे तो मेरे कई दोस्त हैं, लेकिन गोल्फ कोर्स के दोस्तों की अलग ही बात है। लगभग दो महीने के बाद आज दोस्तों ने गोल्फ गेम लगाई। हमने डेढ़ घंटे में नौ होल्स खेले और खेल का पूरा लुत्फ लिया। कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सुरक्षा इंतजामों को अपनाते हुए इसके साथ जीने की हमें आदत डालनी होगी। सभी अपनी जिम्मेदारी समझे तो हम आसानी से इस बीमारी को हरा देंगे।
-दविदर सिंह बबला, पार्षद