गोल्डन गर्ल विनेश बोलीं- चार साल बाद मनाया जन्मदिन, फिल्मी स्टाइल में मिला अनमोल तोहफा
विनेश फोगाट ने कहा कि चार साल बाद उसने जन्मदिन मनाया। इस जन्मदिन पर परिवार ने उसकी सगाई फ्रेंड सोमवीर राठी से कर उसे अनमोल तोहफा दिया।
चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। यूटी स्पोट्र्स डिपार्टमेंट के रेसलिंग कोच दर्शन लाल की रिटायरमेंट पर खासतौर से गोल्डन गर्ल विनेश फोगाट चंडीगढ़ पहुंची। इस दौरान उन्होंने रेसलिंग कोच दर्शन लाल को कार की चाबी सौंपी। यह कार दर्शन लाल के पूर्व ट्रेनी खिलाड़ियों ने उन्हें मिलकर गुरु दक्षिणा के रूप में दी। विनेश फोगाट के साथ उनके मंगेतर सोमवीर राठी भी इस दौरान मौजूद रहे। मीडिया से बातचीत में विनेश ने बताया कि जब भी हम इंटरनेशनल टूर्नामेंट में खेलने के जाते हैं तो हम एक परिवार की तरह होते हैं। एथलीट नीरज चोपड़ा उनके अच्छे दोस्त हैं, उनसे नाम कैसे जोड़ा गया समझ से परे था।
मेरी इंगेजमेंट थी, मेरे जीवन का सबसे बड़ा सरप्राइज
विनेश फोगाट ने कहा, ''मैं पिछले चार सालों से अपना जन्मदिन नहीं मना पा रही थी, क्योंकि जब भी मेरा जन्मदिन होता था, उससे चार-पांच दिन पहले मैं बाउट हार जाती, जिसके बाद जन्मदिन मनाने का कोई सवाल नहीं उठता था। इस बार मैंने बड़ी जीत हासिल की, तो परिजनों ने मेरे फ्रेंड सोमवीर राठी से मेरी इंगेजमेंट करा दी, जो मेरे लिए बड़ा सरप्राइज रहा। एयरपोर्ट पर मीडिया के सामने यह सब होगा यह मैंने सपने में भी नहीं सोचा था, यकीनन यह एक सपने का पूरा होने जैसा था। मैं दुनिया की पहली लड़की हूं जिसका इंगेजमेंट और जन्मदिन ऐसे फिल्मी अंदाज में मनाया गया।''
मंगेतर सोमवीर राठी के साथ विनेश।
एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली रेसलर बनाना गर्व की बात
विनेश फोगाट ने कहा, ''मैंने हमेशा अपना बेस्ट प्रदर्शन करने की कोशिश की है, ऐसे में मैंने गोल्ड जीता, यह मेरे ली गर्व की बात है, लेकिन कुश्ती में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनी यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।'' विनेश ने कहा कि देशवासियों को उस पर भरोसा था, इस भरोसे को उसने मेडल में तबदील दिया इसके लिए वह ईश्वर के सामने खुशी प्रकट करती हैं। इस मेडल के बाद उसके ऊपर लोगों का भरोसा बढ़ा है, इसलिए अब उसे और बेहतर खेल प्रदर्शन करना होगा।
रेसलिंग कोच दर्शन लाल को कार को चाबी सौंपती विनेश।
ओलंपिक अभी दूर, तब तक जारी रहना चाहिए जीत का सिलसिला
विनेश फोगाट ने कहा, ''ओलंपिक में मेडल जीतना जरूर मेरा लक्ष्य है, लेकिन उससे पहले भी कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट हैं। ऐसे में मेरी कोशिश यही है कि किसी भी हालत में जीत का यह सिलसिला टूटना नहीं चाहिए, क्योंकि जीत से आपका मनोबल बढ़ता है, और इसीलिए मैं यही चाहती हूं कि ओलंपिक तक मेरा मनोबल इसी तरह का बना रहे हैं। विनेश फोगाट ने बताया कि अभी उनका पूरा ध्यान वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप पर है।''