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जीएमसीएच के सिक्योरिटी गार्ड की मौत से गुस्साए कर्मचारी, मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन

सुबह सिक्योरिटी गार्ड श्याम सुंदर की पिटाई से मौत के बाद सुरक्षा कर्मचारियों ने अन्य यूनियनों के साथ मिलकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 07:25 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 07:25 PM (IST)
जीएमसीएच के सिक्योरिटी गार्ड की मौत से गुस्साए कर्मचारी, मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन
जीएमसीएच के सिक्योरिटी गार्ड की मौत से गुस्साए कर्मचारी, मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन

चंडीगढ़, जेएनएन। जीएमसीएच-32 की इमरजेंसी में तैनात सिक्योरिटी गार्ड की पीटकर हत्या करने के मामले में कर्मचारियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जाहिर किया है। सोमवार सुबह हुई इस घटना के दौरान दूसरे सिक्योरिटी गार्ड कमलदीप सिंह के सिर में भी चोट आई है। उधर, पुलिस ने मामले में चार आरोपितों पर गैर इरादतन हत्या की धारा के तहत केस दर्ज किया है।

कर्मचारियों ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड ने अस्पताल के नियमानुसार हत्या के आरोपित को अंदर जाने से रोका था। कोरोना वायरस के कारण अस्पताल में इमरजेंसी एरिया को सेंसिटिव घोषित किया गया है। वहां पर
करोना के संदिग्ध मरीजों को रखा जाता है। इस कारण एक पेशेंट के साथ सिर्फ एक ही रिश्तेदार को रुकने का आदेश है।

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पिटाई से सुरक्षा कर्मचारी श्याम सुंदर मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े थे। आनन-फानन में उन्हें इमरजेंसी में एडमिट करवाया गया, जहां डॉक्टर ने तुरंत उन्हें वेंटीलेटर पर उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। अस्पताल के तमाम वर्कर इस घटना को लेकर गुस्से में है। इतना बड़ी घटना होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई भी अफसर मौके पर नहीं पहुंचा। इसी के विरोध में सुरक्षा कर्मचारी व अन्य वर्करों ने एकत्र होकर अस्पताल मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की।
 

सुबह करीब 9:30 बजे डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. बीएस चवन ऑफिस में आए और उन्होंने पांच लोगों को बातचीत करने के लिए बुलाया। चंडीगढ़ सब-ऑर्डिनेट सर्विस फेडरेशन इंटक के संयोजक राकेश कुमार, महासचिव रंजीत मिश्रा, प्रधान चरणजीत सिंह ढींडसा, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन के प्रधान तरलोचन सिंह और जीएमसीएच एंप्लाइज एंड वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रधान सुखबीर सिंह बातचीत करने गए। सुरक्षा कर्मचारियों और वर्करों की ओर से कुछ मांगें थी जिन पर डायरेक्टर प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया कि उनकी सब मांगें मानी जाएंगी। इसमें सिक्योरिटी गार्ड के परिवार को मुआवजा, घर के एक मेंबर को अस्पताल में नौकरी और कर्मचारियों के लिए सुरक्षा नीति बनाना शामिल है। डायरेक्टर प्रिंसिपल ने कहा कि उनकी पत्नी को शिक्षा के आधार पर अस्पताल में बनती नौकरी दी जाएगी।
 

इस मौके पर जीएमसीएच ज्वाइंट एक्शन कमेटी प्रधान सुखबीर सिंह, नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन प्रधान डबकेश कुमार, सफाई कर्मचारी यूनियन प्रधान धर्मपाल, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन प्रधान तरलोचन सिंह, ड्राइवर यूनियन प्रधान रमेश कुमार, वार्ड अटेंडेड यूनियन प्रधान दिनेश कुमार, पब्लिक हेल्थ यूनियन प्रधान कुलदीप मलिक, डाटा एंट्री ऑपरेटर नरेंद्र कुमार मौके पर मौजूद रहे। विभिन्न यूनियन के नेताओं ने अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी दी अगर किए हुए वादे पूरे नहीं किए गए अस्पताल में पूरी यूनियन मिलकर बड़ा संघर्ष छेड़ेगी।

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