पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यो में भी निभा रहे भागीदारी
पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स जहां एक ओर तकनीक के क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रहे है वहीं सामाजिक कार्यों में भी उनका योगदान कम नहीं है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स जहां एक ओर तकनीक के क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रहे है, वहीं सामाजिक कार्यों में भी उनका योगदान कम नहीं है। पीयू के सेंटर फॉर सोशल वर्क विभाग के स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। 34 स्टूडेंट्स का एक ग्रुप समाज के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी निभा रहा है। वहीं फर्स्ट ईयर से लेकर फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को विभाग द्वारा टास्क दिए जाते हैं जिनसे उनकी स्किल डेवलप होती है। विभाग की अध्यक्ष मोनिका एम सिंह ने बताया कि विभाग के सभी स्टूडेंट्स केंद्र सरकार द्वारा लोगों के लिए चलाए जा रहे अभियान के प्रति जागरूक करने से लेकर शहर की एनजीओ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वहीं, कई स्टूडेंट्स स्वतंत्र होकर सामाजिक कार्य कर रहे है। स्टूडेंट्स न केवल शहर बल्कि दूसरे राज्यों में भी नेक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
एमएचएम प्रोजेक्ट के तहत कर रहे स्कूलों में जागरूक
यूनिसेफ द्वारा वर्ष 2015 से शुरू किए गए मेंस्ट्रूअल हाईजीन मैनेजमेंट (एमएचएम) प्रोजेक्ट के तहत शहर के स्कूलों में सेंसेटाइजेशन टॉक आयोजित कर रहे हैं। इसके तहत स्कूल की छात्राओं को मासिक धर्म और उससे जुड़े सभी मिथ के प्रति उन्हें बताया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट यूनिसेफ द्वारा विभाग को दिया गया है। पीजीआइ में गरीबों का बने सहारा
सोशल वर्क विभाग के दो स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई पूरी कर पीजीआइ में कार्यरत हैं। यह स्टूडेंट्स वहां आने वाले गरीब लोगों की मदद कर रहे हैं। मोनिका ने बताया कि यह स्टूडेंट्स गरीब लोगों के कार्ड बनवाने से लेकर दवा और ईलाज में उनकी मदद करते हैं। इस काम में उनके दूसरे लोग भी जुड़े हैं। पीयू कैंपस के स्टूडेंट्स की भी कर रहे है मदद
विभाग के स्टूडेंट सुनील ने बताया कि उनके द्वारा पीयू से एमए कर रहे दो स्टूडेंट्स की आर्थिक रूप से सहायता की जा रही है। दोनों स्टूडेंट्स के बारे में विभाग की टीम को जानकारी मिली तो उन्होंने स्टूडेंट्स से संपर्क किया। इसके बाद उनकी पूरी पढ़ाई का खर्चा का सोशल वर्क के स्टूडेंट्स ही उठा रहे हैं। घायल बेजुबानों के लिए बने मसीहा
एनिमल लवर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर विभाग के स्टूडेंट्स बेजुबान जानवरों और पक्षियों के लिए मसीहा बने हैं। विभाग के करीब छह से ज्यादा स्टूडेंट्स ट्राईसिटी में घायल जानवरों और पक्षियों की सेवा कर रहे है। पिछले दो वर्षों से यह स्टूडेंट्स संस्था के साथ मिलकर जो भी जानवर या पक्षी घायल होता है उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाते हैं। इस काम के लिए उन्हें तत्कालिन मेयर देवेश मोदगिल ने सम्मानित भी किया था। स्लम एरिया में बच्चों को पिलाते हैं पोलियो रोधी दवा
ट्राईसिटी के स्लम एरिया में छोटे बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने के लिए सोशल वर्क डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स फ्री में जाते हैं। शहर के बड़े-बड़े अस्पतालों और डिस्पेंसरी के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया जाता है। यह सिलसिला करीब दस वर्षों से चल रहा है। जो स्टूडेंट्स विभाग से पासआउट हो गए हैं वह अभी भी इस कार्य में लगे हुए हैं।