पीयू कैंपस में गर्ल्स हॉस्टलर की आजादी में पेरेंट्स ही बन रहे दीवार
पंजाब यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों को 24 घटे अंदर और बाहर जाने की आजादी को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट काउँसिल और एसएफएस छात्र संगठन को बड़ा झटका लग सकता है।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों को 24 घटे अंदर और बाहर जाने की आजादी को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट काउंसिल और एसएफएस छात्र संगठन को बड़ा झटका लग सकता है। दो दिन पहले एसएफएस नेता और पीयू स्टूडेंट काउंसिल प्रधान कनुप्रिया ने हॉस्टल में लड़कियों को 24 घटे एंट्री की माग को लेकर देर रात तक पहले सभी गर्ल्स हॉस्टल और फिर वीसी के घर के सामने जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया।
लेकिन अब पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से लड़कियों के परेंट्स से इस बारे में उनकी राय लेने का फैसला किया है। जल्द ही इस मामले में ताजा सर्वे करवाया जाएगा। पीयू अधिकारियों का कहना है कि 60 फीसद से अधिक अभिभावक अगर इस पक्ष में होंगे तभी पीयू प्रशासन इस मामले में कोई फैसला लेगा। लेकिन बीते साल करवाए गए सर्वे में 90 फीसद से अधिक अभिभावक गर्ल्स हॉस्टल के मौजूदा नियमों के पक्ष में ही है। सिर्फ एक फीस अभिभावक ही चाहते हैं कि उनकी बेटियों को 24 घटे एंट्री की छूट दी जाए। ऐसे में एसएफएस और स्टूडेंट काउंसिल का यह विरोध प्रदर्शन फेल होना तय माना जा रहा है।
एसएफएस बिना तैयारी उतरा मैदान में
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में पहली बार स्टूडेंट फॉर सोसाइटी (एसएफएस) ने चुनाव जीता और पहली बार कनुप्रीया ने पीयू स्टूडेंट काउंसिल पद हासिल कर नया रिकार्ड कायम किया। लेकिन पहले ही बड़े आदोनल में एसएफएस की दो दिन में ही हवा निकल गई। पंजाब यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों को 24 घटे एंट्री को लेकर किए विरोध प्रदर्शन पर अब एसएफएस बैकफुट पर नजर आ रही है। पीयू प्रशासन ने भी दाव खेलते हुए लड़कियों के पेरेंट्स पर किए सर्वे को सामने रख दिया। जिसमें 90 फीसद से अधिक पेरेंट्स ने मौजूदा सिस्टम को बेहतर माना है,ऐसे में अब एसएफएस और स्टूडेंट्स काउंसिल के पास अपने विरोध प्रदर्शन को वापिस लेने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता। स्टूडेंट काउंसिल द्वारा मामले में बिना किसी खास रणनीति के उतर जाने से मुंह की खानी पड़ रही है।
दस हॉस्टल में करवाए गए सर्वे का रिकार्ड
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा लड़कियों की गर्ल्स हॉस्टल में एंट्री को लेकर 1500 गर्ल्स हॉस्टल में सवे करवाया गया। जिसमें सभी के अभिभावकों से इस बारे में उनकी राय ली गई। यह सर्वे डीएसडब्ल्यू पीयू द्वारा जारी किया गया है। जानकारी अनुसार पंजाब यूनिवर्सिटी के दस गर्ल्स हॉस्टल में इस समय 5 हजार से अधिक छाक्षाएं पढ़ रही हैं। पीयू के गर्ल्स हॉस्टल नबंर 7 में करवाए गए सर्वे में सभी 100 फीसद अभिभावकों का कहना है कि 11 बजे के बाद लड़कियों के बाहर जाने पर बैन हो। जबकि हॉस्टल नंबर 8 में 98.1 फीसद अभिभावकों ने मौजूदा सिस्टम को सही माना है। गर्ल्स हॉस्टल -पेरेंट्स जो मौजूदा सिस्टम से खुश
हॉस्टल नंबर-1- 87.5 फीसद
हॉस्टल नंबर-2- 87.9 फीसद
हास्टल नंबर-3- 89.5 फीसद
हॉस्टल नंबर-4- 78.6 फीसद
हॉस्टल नंबर-5-89.5 फीसद
हॉस्टल नंबर-6- 93.1 फीसद
हॉस्टल नंबर-7- 100 फीसद
हॉस्टल नंबर-8- 98.1 फीसद
हॉस्टल नंबर-9- 97.5 फीसद
हॉस्टल नबंर-10- 84 फीसद