पानी शुद्ध करने के लिए हो रहा था 12 साल पुराने सिलेंडर का प्रयोग
गांव बलौंगी में रविवार देर रात क्लोरीन गैस लीक मामले में जल सप्लाई विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
जासं, मोहाली : गांव बलौंगी में रविवार देर रात क्लोरीन गैस लीक मामले में जल सप्लाई विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस क्लोरिन गैस के सिलेंडर से गैस लीक हुई, वह सिलेंडर करीब 12 साल से कमरे में पड़ा-पड़ा गल गया था। इतने सालों से सिलेंडर बदला ही नहीं गया, जिस कारण गैस लीक हो गई। गनीमत यह रही कि हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। लेकिन गैस की चपेट में आने से करीब 40 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। और सभी सिविल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। बलौंगी में क्लोरिन गैस लीक होने के बाद सोमवार को पंजाब के कैबिनेट मंत्री बलबीर ¨सह सिद्धू ने घटना स्थल का जायजा लिया और पानी वाली टंकी की दयनीय हालात देखकर मौके पर जल सप्लाई विभाग के अधिकारियों को फटकार भी लगाई। दूसरी तरफ अधिकारी लॉकडाउन का बहाना बनाकर साफ सफाई ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ते रहे। अगर क्लोरिन गैस का सिलेंडर लीक ना होती तो जल सप्लाई विभाग की बड़ी लापरवाही का पता नहीं चलता। वहीं हादसे के प्रत्यक्षदर्शी पंप ऑपरेटर विनोद कुमार ने बातचीत के दौरान बताया की पिछले 7 से साल से वह खुद ट्यूबवेल के कमरे में यह सिलेंडर पड़ा देखते आ रहे हैं। लेकिन अब सिलेंडर को जंग लगने से गल गया और उसमे गैस लीक हो गई। विनोद ने कहा कि गैस लीक होने से उसकी खुद की जान बहुत मुश्किल से बची लेकिन किसी अधिकारी ने उनका हाल तक नहीं जाना। उधर, पंजाब के कैबनेट मंत्री बलबीर ¨सह सिद्धू ने कहा कि मामले में लापरवाही के लिए वह जल्द ही जल सप्लाई व सेनीटेशन विभाग की मंत्री रजिया सुल्ताना को पत्र भी लिखेंगे। पानी वाली टंकी की साफ सफाई करवाने के निर्देश दे दिए गए हैं और जांच के लिए टीम की ड्यूटी लगा दी गई है।